केदारनाथ मार्ग पर भूस्खलन से हुए हादसे में पांच यात्रियों की मौत, रेस्क्यू जारी।

उत्तराखंड दुर्घटना
Listen to this article

केदारनाथ मार्ग पर सोन प्रयाग के समीप बड़ा हादसा हुआ है। जहां हुए भूस्खलन में पांच यात्रियों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए।सोमवार देर शाम केदारनाथ से लौट रहे कुछ यात्री सोनप्रयाग में ऊर्जा निगम के पावर हाउस के समीप भूस्खलन जोन में पहाड़ी से गिर रहे पत्थर व मलबे में फंस गए। इससे मौके पर पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर एसआई आशीष डिमरी के नेतृत्व में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू शुरू कर दिया था। रेस्क्यू के दौरान एक शव बरामद किया गया, जिसकी शिनाख्त गोपाल (50 ) पुत्र भक्तराम, मध्य प्रदेश के रूप में हुई है। आज सुबह दुबारा रेस्क्यू के दौरान टीमों ने मलबे में दफन तीन और शव ( दो महिला एक पुरुष) बरामद किए । इसके कुछ समय बाद एक और महिला अचेत अवस्था में मिली जिसे बाद मृत घोषित कर दिया गया। इस प्रकार हादसे में मृतकों की संख्या पांच हो गई। इसके अलावा हादसे में तीन लोग घायल भी हुए हैं, जिनका उपचार किया जा रहा है।

जीवच तिवारी पुत्र रामचरित्र, मनप्रीत सिंह पुत्र कश्मीर सिंह और छगन लाल पुत्र भक्तरामन घायल हुए, जिन्हें सोनप्रयाग पहुंचाया गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि सोनप्रयाग बाजार से लगभग एक किमी आगे भूस्खलन जोन में पहाड़ी से पत्थर व मलबा गिरने से वह फंस गए थे। क्षेत्र में अन्य यात्रियों की होने की संभावना को देखते हुए खोजबीन की जा रही थी, आज सुबह बारिश मार्ग को आवागमन हेतु खोल दिया गया है।

मृतकों का विवरण

1 गोपाल पुत्र भक्तराम निवासी जीजोड़ा पोस्ट राजोद जिला धार मध्य प्रदेश (उम्र 50 वर्ष)

2 दुर्गाबाई खापर पत्नी संघन लाल निवासी नेपावाली, जिला घाट, मध्य प्रदेश (उम्र 50 वर्ष)

3 तितली देवी पत्नी राजेंद्र मंडल निवासी ग्राम वैदेही जिला धनवा नेपाल (उम्र 70 वर्ष)

4 भारत भाई निरालाल पुत्र निरालाल पटेल निवासी ए 301 सरदार पैलेस करवाल नगर खटोदरा सूरत गुजरात (उम्र 52 वर्ष)

5 समनबाई पत्नी शालक राम निवासी झिझोरा जिला धार मध्य प्रदेश (उम्र 50 वर्ष)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा है “सोनप्रयाग-मुनकटिया(रुद्रप्रयाग) के बीच मलबा आने से कुछ यात्रियों के दबे होने की अत्यंत दुःखद सूचना प्राप्त हुई।

स्थानीय प्रशासन, NDRF और SDRF की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। स्वयं भी संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हूं और रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहा हूँ।

बाबा केदार से यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूँ।”

Leave a Reply

Your email address will not be published.