महिला की हत्या कर उसके टुकड़े-टुकड़े करके अलग-अलग ट्रेन में रखने वाले आरोपी को जीआरपी ने आखिर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पत्नी ने ही उसकी करतूत पुलिस को बता दी।
कुछ दिनों पहले ऋषिकेश में महिला के कटे हुए हाथ पैर मिले थे और अन्य पार्ट भारत के दो राज्यों की ट्रेन में जीआरपी पुलिस द्वारा बरामद किये गये थे। एक काले बैग और ठेले में इंदौर जीआरपी पुलिस ने सिर को बरामद किया था। वहीं महिला के हाथ-पैर के अंग उत्तराखंड के ऋषिकेश की ट्रेन में बरामद हुए थे। इसके हाथों पर लिखे हुए नाम के आधार पर पुलिस तलाश करते हुए रतलाम पहुंची थी। इस मामले के अंधे क़त्ल के तार उज्जैन से जोड़े जा रहे थे जिसमें पुलिस ने खुलासा करते हुए कमलेश नामक एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के एस पी संतोष कोरी ने बताया कि उज्जैन में दुष्कर्म में नाकाम रहने पर एक महिला की हत्या के बाद उसके शव के टुकड़े अलग-अलग यात्री ट्रेनों में रखने के आरोप में रविवार को 60 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.
महिला के हाथ पर लिखे नाम के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की थी। जांच में शुरू से ही उज्जैन का कनेक्शन दिख रहा था। महिला की पहचान होने के बाद महिला के पति सहित अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही थी। जीआरपी एसपी संतोष कोरी के मुताबिक
महिला की लाश के टुकड़े-टुकड़े काटकर अलग अलग ट्रेनों में रखने वाला हैवान गिरफ्तार हो गया है. इंदौर की पुलिस ने आरोपी को रतलाम से गिरफ्तार किया. आरोपी महिला का मोबाइल अपना सिम डालकर चला रहा था. मोबाइल नंबर को ट्रैक करते हुए पुलिस आरोपी तक पहुंच गई. महिला की हत्या का राज आरोपी की मूक बधिर पत्नी ने पुलिस के सामने खोला । महिला पति से झगड़े के बाद घर छोड़कर अकेली मथुरा जाने के लिए निकल पड़ी थी।
पुलिस के मुताबिक उज्जैन स्टेशन पर महिला अकेली पहुंची. आरोपी कमलेश ने सहानुभूति दिखाते हुए महिला से बातचीत शुरू की. महिला ने आरोपी को आपबीती सुनाई। कमलेश महिला को झांसा देकर घर ले गया। उसने कहा कि खाना खाने के बाद दूसरी ट्रेन में बिठाकर मथुरा रवाना कर देगा। आरोपी की बातों पर महिला विश्वास कर उसके घर चली गई जहां कमलेश ने महिला को नशीला पदार्थ दिया ।महिला पीने के बाद पूरी तरह बेहोश नहीं हो पायी। कमलेश ने रात भर घर में बंधक बनाकर दुष्कर्म का प्रयास किया जिसका महिला ने विरोध किया।
रेप का विरोध करने पर आरोपी ने गुस्से में महिला की गला दबाकर हत्या कर दी। महिला की मौत के बाद आरोपी ने लाश को ठिकाने की योजना बनाई. उसने बाजार से चाकू खरीदकर शरीर के कई टुकड़े किए. टुकड़ों को उसने बोरे और बैग में भरकर उज्जैन रेलवे स्टेशन पर इंदौर महू डेमू ट्रेन में रख दिया. ट्रेन रवाना होने के बाद एक बैग स्टेशन पर रह छूट गया. बैग को योग नगरी एक्सप्रेस में रखने के बाद आरोपी वापस घर चला गया. आरोपी ने महिला के मोबाइल में अपनी सिम डाली और मोबाइल चलाने लगा,मोबाइल नंबर ट्रैक करते हुए आरोपी को पुलिस ने धर दबोचा
ज्ञात रहे जीआरपी को 8 जून को रेलवे स्टेशन इंदौर के यार्ड में खड़ी महू इंदौर पैसेंजर ट्रेन के एक कोच की सीट के नीचे एक काले रंग का ट्रॉली बैग मिला था. जब इस बैग को खोलकर देखा तो प्लास्टिक की बोरी में एक महिला का शव लिपटा मिला. शव के हाथ-पैर नहीं थे. इस शव के कटे हुए हाथ-पैर 10 जून को ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर इंदौर से ऋषिकेश जाने वाली योग नगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस ट्रेन के दो कोच के बीच कपलिंग में प्लास्टिक की बोरी से बंधे हुए मिले थे। इस ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री को आखिर पुलिस ने हल कर लिया।
