हरिद्वार,मंण्डी गोविन्द गढ़ धर्मशाला में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास पंडित भानु शंकर भाई महेता ने भगवान श्रीकृष्ण की कथा का प्रसंग श्रोताओं को सुनाते हुए कहा कि कृष्ण एक नही है चार है ।यशोदा माँ का कृष्ण जुदा है! संदिपनी ऋषि के आश्रम मे रहने वाले जो सुदामा के मित्र हैं! यह कृष्ण जुदा है! और पुतना , कंस का वध करनेवाले कृष्ण जुदा है! और मथुरा छोड़कर द्वारिका जाने वाले कृष्ण जुदा है! क्योंकि वे अलग अलग रूप में नजर आतें, कथा व्यास पंडित भानु शंकर भाई महेता ने भागवत के दूसरे दिन भगवान शिव पार्वती की अमर कथा, पांडव कौरवों के जन्म, दो़पदी विवाह,गौ कर्ण, धुंधकारी व महाभारत की कथा संक्षेप रूप में भक्तो को श्रवण करवाई! इस अवसर पर हंसा बेन ने अपने सहयोगी विमल, ललित भाई के तबला, बैजों वाध्य यंत्रों की संगत मे बडे सुंदर राधाकृष्ण के भजन गाकर श्रोताओं को नाचने पर मजबूर कर दिया! इस अवसर पर प्रफुल्ल मोदी, कृपा चावला, हृषा महेता, शीबी मोदी, मयुर शाह, रागिनी पाण्डेया दिलिप भाई, संध्या बेन, , प्रतिक जोशी, दर्शन महेता, अरविंद कोटेजा, रमेश, शरद भम्मरिया, जय, स्वाति, स्मिता,मंण्डी गोविन्द गढ़ के प्रबंधक श्याम आदि ने कथा श्रवण की कथा से पुर्व पंडित प्रतिक जोशी ने मंजुला बेन से भगवान का का स्थापना पुजन कराया।