हरिद्वार के धनपुरा गांव में हुए धमाके की जांच के दौरान गोदाम में पटाखे बनाने में इस्तेमाल भारी मात्रा में विस्फोटक समाग्री पथरी थाना ने बरामद की है। वहीं एफएसएल एवं बीडीएस टीम ने थिनर कनस्तर के ठोकने पीटने को धमाके की वजह बतायी है। एफएसएल एवं बीडीएस टीम ने गोदाम से मिली संदिग्ध विस्फोटक समाग्री के सैम्पल लेकर जांच के लिए भेज दिया। पुलिस ने गोदाम स्वामी के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि बीते रोज पथरी थाना क्षेत्रान्तर्गत धनपुरा गांव में एक गोदाम में जबदस्त धमाका हुआ था। जिसमें दो व्यक्ति दिलशाद पुत्र महबूब निवासी ग्राम धनपुरा पथरी हरिद्वार और मुस्तफा पुत्र आलम निवासी गुर्जर बस्ती, थाना पथरी हरिद्वार घायल हो गये थे। जिनको ग्रामीणों की ओर से निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को अवगत कराया गया था।
उन्होंने बताया कि उनके द्वारा मामले की गम्भीरता को देखते हुए तत्काल एफएसएल एवं बीडीएस टीम को जांच के निर्देश दिये गये थे। एफएसएल एवं बीडीएस टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पता चला कि गोदाम स्वामी शौकीन द्वारा अपने शटरिंग गोदाम में थिनर व पेट्रोल के पुराने कनस्तर कबाड़ी दिलशाद को बेचे जा रहे थे। जब दिलशाद उन डिब्बों को ठोक-पीट रहा था, तभी एक डिब्बा फट गया जिससे ब्लास्ट हुआ।
कप्तान ने बताया कि पुलिस द्वारा जब गोदाम में सर्च अभियान चलाया तो गोदाम के पिछले हिस्से से पटाखे बनाने में इस्तेमाल भारी विस्फोटक समाग्री 41 कट्टे सल्फर पाउडर, 01 कट्टा सफेद पाउडर, 03 कट्टे काले पत्थर जैसा पाउडर और कुछ खाली पटाखों के खोखे व डिब्बे बरामद किये। पुलिस ने गोदाम स्वामी शौकीन से पूछताछ की गयी। पूछताछ के दौरान शौकीन ने खुलासा किया कि उसके परिजन दो वर्ष पूर्व आतिशबाजी फैक्ट्री चलाते थे, लेकिन बाद में फैक्ट्री बंद कर दी। गोदाम से बरामद किया गया विस्फोटक तभी का रखा हुआ था। एसएसपी ने बताया कि रिहायसी इलाके में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री रखने पर पुलिस ने गोदाम स्वामी शौकीन के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। जिसको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।