पीएम श्री अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज मुंडा खेड़ा कला लक्सर में आज पीएम श्री योजना के अंतर्गत कैरियर निर्माण हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता डॉ विनय कुमार सेठी प्रधानाचार्य विनोद कुमार, वरिष्ठ प्रवक्ता सुभाष चंद्र त्यागी तथा डॉ संतोष कुमार चमोला ने सर्वप्रथम मां सरस्वती के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
तत्पश्चात मुख्य वक्ता को शॉल उड़ाकर उनका स्वागत और सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए प्रधानाचार्य विनोद कुमार यादव ने बताया कि विद्यालय में कक्षा 11 और 12 में अध्यनरत छात्र-छात्राओं में अपने करियर हेतु बेहतर विकल्प चुनने के उद्देश्य से इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है।
कार्यशाला के प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ विनय कुमार सेठी, एसोसिएट प्रोफेसर पर्यावरण अध्ययन, संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार ने विद्यालय के छात्र छात्राओं को बताया कि करियर के चुनाव में सही कॅरियर का चुनाव के साथ ही कुशल समय प्रबंधन का भी विशेष महत्व है। वर्तमान परिपेक्ष में पुरुषों के समकक्ष ही महिलाओं के लिए भी उत्कृष्ट करियर विकल्प उपलब्ध हैं तथा वे इन क्षेत्रों में अपना नाम रोशन कर रहे हैं। बेहतर भविष्य के लिए दृढ़संकल्प होना जरूरी है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए पीएम श्री योजना के नोडल डॉ संतोष कुमार चमोला ने बताया की बेहतर करियर बनाने का प्रथम पड़ाव है सही विकल्प का चुनाव, तत्पश्चात दूसरा उसके अनुरूप विस्तृत कार्य योजना बनाना एवं अंतिम उस कार्य योजना पर अमल करना।
कार्यशाला के द्वितीय सत्र के दौरान महिला सशक्तिकरण पर व्यापक चर्चा करते हुए उन्होंने छात्र-छात्राओं को समझाया कि भारत भूमि तो ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता’ का भाव रखने वाला है। आज के परिपेक्ष में ऐसा क्या है कि महिलाएं सब जगह अपने आप को और असुरक्षित महसूस करती हैं। महिलाओं के प्रति दिन प्रतिदिन अपराधों में वृद्धि होती जा रही है। लैंगिक असमानता, शिक्षा की कमी, रूढ़िवादिता, आर्थिक निर्भरता, नैतिक मूल्यों में कमी, धार्मिक उन्माद आदि अनेक कारणों से महिलाओं के प्रति अपराध की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है । समाज को असुरक्षित बनाने में 15 से 30 वर्ग के युवाओं की दर बढ़ती जा रही है । गलत मित्र और आदतें हमारे जीवन को दिशाहीन बना देते हैं।
मुख्य वक्ता डॉ विनय सेठी ने बताया कि हमें एक बेहतर समाज का निर्माण करना है जहां प्रत्येक व्यक्ति एक दूसरे का सम्मान करें और उसके महत्व को समझें अर्थात जो व्यवहार मुझे पीड़ा पहुंचना है ऐसा व्यवहार दूसरों के प्रति कदापि न करें। आत्म स्वाभिमान तथा विश्वास किसी भी रिश्ते की बुनियादी शर्त होता है। हमें अपने घर, विद्यालय, पड़ोस सब जगह ऐसा वातावरण तैयार करना है, जहां नैतिकता हो
‘हम किसी के साथ हंसें पर किसी पर ना हँसे’ इस वाक्य को ही हमारा ध्येय वाक्य बनाना होगा। बच्चों को संस्कारवान बनाने पर जोर देना चाहिए ।
उत्तराखंड सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए गौरा एप बनाया गया है, जहां पर महिलाएं असुरक्षित महसूस होने की दिशा में शिकायत कर सकती हैं ।
कार्यक्रम के समापन के अवसर पर वरिष्ठ प्रवक्ता सुभाष चंद्र त्यागी ने मुख्य अतिथि एवं वक्ता का साधुवाद किया तथा उनके द्वारा बताए गए महत्वपूर्ण तथ्यों को छात्र-छात्राओं द्वारा अमल में लाने का सुझाव दिया। इसके उपरांत मुख्य वक्ता को स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अनवारुल हुसैन, ज्ञान प्रकाश शर्मा, कृष्ण कुमार, श्रीमती सुषमा, श्रीमती गीता रानी, डॉ नीतू रस्तोगी, श्रीमती लीना शर्मा, हरेंद्र सिंह रावत, श्रीमती रीता आदि उपस्थित रहे।