02 सगी बहनों सहित 03 नाबालिग घर वालों को बिना बताए बांद्रा एक्सप्रेस में हो गई थी सवार
परिजन को था बस इतना पता कि कपड़े, आधार कार्ड और अन्य सामान ले गई हैं साथ
उम्मीद का पहाड़ कंधों पर, हरिद्वार पुलिस की मेहनत कई राज्यों की सरहद के पार
हरिद्वार पुलिस का हार्डवर्क बेबस परिजनों के चैहरे पर लाया मुस्कुराहट के पल
नन्ही बच्चियों घर वापसी” को हरिद्वार पुलिस ने बनाया मिशन, लिया तकनीकी का सहारा
लोकेशन के मुताबिक महाराष्ट्रा पुलिस से मांगी मदद तो ट्रेन के डिब्बों की छानबीन हुई शुरु
बांद्रा एक्सप्रेस के S-6 डिब्बे में तीनों सकुशल बरामद, हवाई मार्ग से महाराष्ट्र पहुंची हरिद्वार पुलिस की टीम
टीम बच्चियों को सकुशल लेकर लौटी हरिद्वार, कोर्ट के आदेश पर किया परिजन के सुपुर्द
बच्चियों से जुड़ा ये प्रकरण बेहद नाजुक था, मुझे अपनी टीम पर गर्व है- एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल*
दिनाँक 25/06/24 को एक व्यक्ति द्वारा चौकी खड़खड़ी आकर सूचना दी कि उनकी 02 बेटियां व उनकी 01 सहेली (जो तीनों नाबालिग हैं) घर से अपने कुछ कपड़े, आधार कार्ड और अन्य कुछ सामान लेकर घर से बिना बताए चली गयी और अभी तक वापस नही लौटी।शिकायत पर कोतवाली नगर हरिद्वार पर अभियोग पंजीकृत किया गया।
कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा प्रकरण को पूरी गंभीरता से लेकर तीनों नाबालिग को सकुशल वापस लाने के निर्देश देते हुए पुलिस टीमों का गठन किया गया।
लड़कियों के परिजनों से जानकारी करने पर पता चला कि तीसरी लड़की अपनी मां का फोन साथ लेकर गयी है। CIU की मदद लेने पर उक्त फोन नंबर की 25/05/24 की शाम की लोकेशन फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के पास और अगले दिन सुबह बड़ोदरा गुजरात पाई गई।
लोकेशन लगातार बडोदरा, सूरत, बिरार, पालघर आदि स्थानों की ओर गतिशील थी। बारीकी से विश्लेषण करने पर कहीं न कहीं यह संदेह उभर कर आ रहा था कि बच्चियां ऐसी ट्रेन में सवार हैं जो महाराष्ट्र जा रही है। इस सबंध में प्रभारी निरीक्षक कुन्दन राणा, चौकी प्रभारी संजीत कण्डारी व अ0उ0नि0 दीपक ध्यानी द्वारा विभिन्न माध्यमों से हरिद्वार से महाराष्ट्र जाने वाली ट्रेन की जानकारी की गई तो बांद्रा एक्सप्रेस व लड़कियों के फोन की लोकेशन विरार स्टेशन व पालकोट स्टेशन पर एक ही समय आयी।
शक पुख्ता होने पर पुलिस टीम ने अपने निजी सम्पर्कों से महराष्ट्र पुलिस से सम्पर्क कर GRP व RPF की पुलिस टीम से मदद मांगी। बच्चियों की जानकारी एवं फोटो साझा करने पर सकारात्मक रवैया अपनाते हुए उक्त ट्रेन में ड्यूटी पर नियुक्त म0उ0नि0 ने पूरा सहयोग देते हुए पूरी ट्रेन की तलाशी ली तथा बांद्रा स्टेशन पहुचने से पहले ही ट्रेन के S-6 डिब्बे में तीनों लड़कियां सकुशल बरामद की।
सकुशल बरामदगी पर विवेचक ADSI दीपक ध्यानी व आरक्षी सतीश नौटियाल को तत्काल हवाईजहाज से मुंबई के लिए रवाना किया गया। महाराष्ट्र पहुंचे हरिद्वार पुलिस के दोनों सदस्य द्वारा उपरोक्त गुमशुदा बच्चियों को ट्रेन के माध्यम से सकुशल वापस लेकर हरिद्वार पहुंचे। लड़कियों द्वारा बताया गया कि माता-पिता की डांट के कारण हम अनजाने में घर से चली गई थी l
मा0 न्यायालय के आदेश पर उन्हें परिजनों के सुपुर्द किया गया।
मानवता को सर्वोपरि रख बच्चियों की सकुशल वापसी के लिए हरिद्वार पुलिस द्वारा किए गए जतन के बारे में जो भी सुन रहा है वह बिना तारीफ किए नही रह पा रहा है।
पुलिस टीम:
1-प्रभारी निरीक्षक कुन्दन सिंह राणा
2-उ0नि0 संजीत कण्डारी (प्रभारी चौकी खड़खड़ी)
3-अ0उ0नि0 दीपक ध्यानी
4-का0 सतीश नौटियाल
5-गुमसुदा की बहन
