हरिद्वार, 12 जून।
कर्मचारी और पेंशनर नेता जे पी चाहर ने उत्तर प्रदेश सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए उत्तराखंड सरकार से भी 30 जून व 31 दिसम्बर को सेवानिवृत्त पेंशनर्स को एक अतिरिक्त वेतन वृद्धि देने और कम्प्यूटेशन की कटौती 10 वर्ष 8 माह पर बन्द करने की मांग की है। पेंशनर्स नेता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मंत्रिमण्डल द्वारा 30 जून व 31 दिसम्बर को सेवानिवृत्त पेंशनर्स को एक अतिरिक्त वेतन वृद्धि देने को स्वीकृति देदी गई है जो स्वागत योग्य है।
श्री चाहर ने जनवरी 2023 से माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद और सर्वोच्च न्यायालय के विभिन्न आदेशों को लागू करने का अभियान चलाया था जिसे विभिन्न कर्मचारी व पेंशनर्स संगठनों का सहयोग मिला जिसके फलस्वरूप उत्तर प्रदेश में बहुप्रतीक्षित निर्णय सामने आया है। कर्मचारी पेंशनर्स नेता ने सभी पेंशनर्स को दिये अपने संदेश में कहा है कि अभियान चलाकर पेंशनर्स की समस्याओं का निराकरण कराया जाएगा। इस अवसर पर सहायक कोषाधिकारी पद से सेवानिवृत्त पेंशनर अनिरुद्ध शर्मा और चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत नीरज कुमार गुप्ता ने पेंशनर्स के आर्थिक मामलों में हर तरह का सहयोग करने की स्वेच्छिक सहमति दी है। उन्होंने चिंता जताई कि वयोवृद्ध पेंशनर्स के निःशुल्क चिकित्सा और चिकित्सा व्यय प्रतिपूर्ति के मामले उचित व्यवस्था व सक्रियता के अभाव में लम्बित रहते हैं अथवा पेंशनर्स को उनका हक नहीं मिलपाता है।
सेवानिवृत्त शिक्षिका उषा कर्णवाल के चिकित्सा व्यय प्रतिपूर्ति के दावे उप शिक्षा अधिकारी बहादराबाद को सौंपकर शीघ्र भुगतान कराने की मांग की गई है। उप शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार से उनके कार्यालय में भेंट कर श्री चाहर ने पेंशनर्स के दावों को शीघ्र निस्तारण के अनुरोध पर श्री कुमार ने जल्दी निस्तारण का आश्वासन देते हुए कार्यवाही शुरू करदी है।
इस अवसर पेंशनर्स की निःशुल्क चिकित्सा में सम्बंधित अस्पतालों द्वारा हीलाहवाली को गम्भीरता से लेतेहुए परेशान करने वाले अस्पतालों के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने की मांग भी दुहराई है। पेंशनर्स से भी अपनी किसी भी समस्या से तत्काल अवगत कराने की अपील की गई है। श्री चाहर ने पेंशनर्स की समस्याओं के लिए उत्तरदायी अधिकारियो को चेतावनी देते हुए कहा है कि कालांतर में जिस तरह सरकारी कर्मचारियीं के हितों के लिए संघर्ष व आंदोलन चलाये गए अब पेंशनर्स के हितों के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
इस अवसर पर पेंशनर संगठन के एल सी पाण्डे, वी के गुप्ता, सतीश शर्मा, बी पी चौहान, आर के जोशी, अनिरुद्ध शर्मा, मनोज शर्मा, के अलावा पंकज गुप्ता, नीरज गुप्ता, ब्रह्म प्रकाश कर्णवाल आदि ने विचार व्यक्त किए।