राजकोट के गेमिंग जोन में आग लगने से 27 लोगों की दुखद मृत्यु। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित अनेक ने शोक व्यक्त किया।

दुर्घटना राष्ट्रीय
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गुजरात के राजकोट जिले के कालावड में शनिवार की शाम एक गेमिंग जोन में आग लगने से 27 लोगों की दुखद मृत्यु, मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना, राष्ट्रपति प्रधानमंत्री एवं विपक्ष के नेताओं सहित सभी ने किया शोक व्यक्त।

जानकारी के अनुसार कालावाड़ में सयाजी होटल के पीछे बने टीआरपी मॉल के गेमिंग जोन में आग लग गई। जिसमें अब तक 27 लोगों की जान जा चुकी है। गेमिंग जोन में जिस समय घटना हुई, उस समय बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। वीकेंड पर कई परिवार अपने बच्चों के साथ मॉल के गेम जोन में पहुंचे थे। सूचना पाकर दमकल और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू शुरू किया। वहीं, पुलिस ने गेमिंग जोन के मालिक सहित 03 को गिरफ्तार कर लिया है। गेमिंग जोन में अचानक आग लगी और फिर अफरा-तफरी मच गई। दूर दूर तक धुएं का गुबार देखने को मिला। आग और धुएं के बीच कई लोगों के फंसे होने की आशंका के चलते सुबह तक राहत कार्य चलता रहा। आग बुझा ली गई और मलबे में सर्च अभियान जारी है। अब तक 27 लाशें निकाली जा चुकी हैं,ढांचा फाइबर का बना था। आग शाम करीब साढ़े चार बजे आग लगी, कुछ ही देर में टीआरपी गेम जोन भीषण आग में जलकर राख हो गया। आग की घटना में 27 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, शव पूरी तरह से जल गए हैं और उनकी पहचान करना मुश्किल है।

एसीपी विनायक पटेल ने कहा कि मृतकों में 12 साल से कम उम्र के अब तक 4 बच्चों के मारे जाने की खबर है। अधिकारियों ने बताया कि बचाव अभियान जारी होने के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी , गृहमंत्री अमित शाह ने घटना पर दुख जताया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राहुल गांधी सहित अन्य नेताओं ने भी घटना पर दुख जाहिर किया है। पीएम ने बचाव और राहत प्रयासों के बारे में जानकारी लेने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की।

मुख्यमंत्री पटेल ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये तथा प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये की राशि देने की घोषणा की है। शहर के सभी गेमिंग जोन का संचालन बंद करने का आदेश जारी किया गया है। सीएम ने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और पूरी घटना की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपी गई है।

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