चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ के पूर्व घोषित आंदोलन के तहत आज दिनाँक12 मार्च24 को आंदोलन के प्रथम चरण के दूसरे दिन ऋषिकुल आयुर्वेदिक चिकित्सालय विश्विद्यालय हरिद्वार के कर्मचारियों ने अपनी मांगों के निस्तारण के लिए काली फीती बांधकर अपना कार्य करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा प्रवक्ता राजेन्द्र तेश्वर जिलामंत्री राकेश भँवर उपशाखा मंत्री दिनेश ठाकुर वरिष्ठ नेता जयनारायण सिंह ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों के निस्तारण के लिए किसी भी अधिकारी द्वारा कोई प्रयास नही किया जा रहा है सभी अधिकारी हठधर्मिता अपना रहे हैं
कर्मचारियों का वर्दी भत्ता वेतन में लगना है जिसका शाशनदेश हो चुका है।कर्मचारियों की चिकित्सा प्रतिपूर्ति, जी पी एफ, कर्मचारियों की सर्विस बुक, जी पी एफ बुक इनके कार्यालय द्वारा पूर्ण की जानी है।कावड़ मेला भत्ता 2023 इनके द्वारा ही दिया जाना है,कोविड काल में ऋषिकुल एवं गुरुकुल में कोविड रोगियों के लिए चिकित्सालय बनाया गया जिसमें चतुर्थ श्रेणी कर्मियों ने अपनी सेवाएं भी दी किंतु न तो आयुर्वेद के कर्मचारियों न ही स्वास्थ्य के कर्मचारियों और न ही संविदा, ठेके के सफाई कर्मियों को कोविड भत्ता दिया गया जो कि अन्यायपूर्ण और भेदभाव पूर्ण रवैया है।
काली फीती बांधकर प्रदर्शन करने वालों में दिनेश लखेडा, राजेन्द्र तेश्वर, राकेश भँवर, सुरेंद्र, दिनेश ठाकुर,सुमन्त पाल, कामेंद्रसिंह, कमल, अवनीश,पंकज ,संजय, सुमन्त पाल,संदीप शर्मा, पवन,जयनारायण सिंह, अमित,कल्लू, राजपाल सिंह,मनोज पोखरियाल, दिनेश नोटियाल, मुकेश, सुखपाल सैनी,सुरेश, पप्पू सैनी,सुखपाल सैनी, खुशाल मनी, रजत, ब्रिजेश, चन्द्रकला, कुसुम डोली, बाला देवी, अजय रानी, संतोष, सुदेश, मुन्नी देवी इत्यादि ने जिलाचिकित्सालय, महिला, मेला चिकित्सालय, टी बी चिकित्साल, ऋषिकुल एवं गुरुकुल चिकित्सालय में काली फीती लगाकर विरोध प्रदर्शन किया।