चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार ओर अन्य अधिकारियों पर लगाया मांगो के निस्तारण न करने का आरोप ,11 मार्च 2024 से किया आंदोलन का ऐलान। आज 06 मार्च को चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं जनपद हरिद्वार ने प्रदेश संघ के आदेश पर कर्मचारियों पर उत्पीड़न की कार्यवाही और मांगो के निस्तारण 10 मार्च तक न होने की दशा में 11 मार्च2024 से आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है। आंदोलन की रुपरेखा निम्न प्रकार से है।
1-दिनाँक11 मार्च2024 से14मार्च2024 तक मांगो के निस्तारण न होने की दशा मेंअपना कार्य करते हुए काली फीती बांधकर विरोध करते हुए प्रदर्शन किया जायेगा ।
2- 15 मार्च2024 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अन्य अधिकारियों को जो उत्पीड़नात्मक कार्यवाही कर रहे हैं उनको गुलाब का फूल भेंट कर बताया जाएगा कि हम भी आपके कर्मचारी हैं।
3-16 मार्च 2024 को सभी कर्मचारी एक दिन का आकस्मिक अवकाश लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन और तालाबंदी करेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा प्रदेश ऑडिटर महेश कुमार, प्रवक्ता राजेन्द्र तेश्वर कार्यवाहक जिलाध्यक्ष सुरेंद्र जिला मंत्री राकेश भंवर ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को टारगेट किया जा रहा है ।उनका स्थानांतरण, उनकी मांगों का निस्तारण नही किया जाना जो कि जनपद स्तर की है ।कर्मचारियों की वर्दी, चिकित्सा प्रतिपूर्ति,कावड़ मेले भत्ते का भुगतान,कोविड प्रोहत्साह भत्ता माननीय मुख्यमंत्री जी के आदेशों के बाद भी न दिया जाना जबकि चिकित्सा अधिकारी, एन एच एम कर्मियों को दे दिया गया है किंतु चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को न दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के देयकों के भुगतान 1साल होने के बाद भी न किया जाना अत्यंत दुःखद है जो कि संगठन बर्दाश्त नहीं करेगा।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा ने कहा कि अगर 10 मार्च तक कर्मचारियों की मांगों के लिए द्विपक्षीय वार्ता न कर समाधान न किया गया तो 11 मार्च को आंदोलन प्रारम्भ कर दिया जाएगा जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व जिले के अधिकारियों का होगा।