श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर तीर्थ क्षेत्र न्यास के ट्रस्टी युग पुरुष स्वामी श्री परमानन्द जी महाराज ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से लौटने के उपरांत कहा जिस दिन राम भूमि पर बना ढांचा हटाया गया तो उसे दिन बहुत खुशी हुई लेकिन वह खुशी एक दिन की थी लेकिन अब श्री राम प्रभु 22 जनवरी को जब वहां विराज गए तो यह खुशी अनंत काल तक रहेगी । युगपुरुष स्वामी परमानंद जी महाराज अखंड परमधाम आश्रम में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। वह रामलाल मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से अत्यंत भाव विभोर थे ।उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की भी प्रशंसा की उन्होंने मोदी जी को धर्मात्मा और राष्ट्रभक्त बताया। मोदी जी ने 11 दिन तक नियमों का पालन करने के बाद मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कराई। उन्होंने विश्व हिन्दू परिषद और आर एस एस द्वारा चलाए आंदोलन को भी श्रेय दिया। अनु ने ढांचा गिराए जाने की घटना का उल्लेख किया जिसमें वह स्वयं प्रत्यक्षदर्शी थे उसमें रामभक्तो के संघर्ष का वर्णन किया। वह संघर्ष जाति पार्टी से ऊपर उठकर था। उन्होंने प्रभु राम के मंदिर की आवश्यकता भी बताई । उन्होंने कहा प्रभु राम ने बड़े त्याग उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा विभिन्न धर्मो संप्रदायों में पूजा की पद्धति तो भिन्न-भिन्न हो सकती है लेकिन मूल तत्व एक ही है वह सत्य,अहिंसा और प्रेम है। उन्होंने कहा धर्म की स्थापना से सामाजिक मूल्यों में सुधार आएगा। उन्होंने विपक्षी दल वालों पर भी बोला की जो इसका विरोध कर रहे थे वह न इधर के रहे ना उधर के रहे। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि के लिए तो संघर्ष करना पड़ा था लेकिन मथुरा में वार्ता से ही काम बन जाएगा।