जिला हरिद्वार में आज एक महत्वपूर्ण बैठक रखी गई जिसमें स्वर समिति से यह तय हुआ कि प्रदेश कार्यकारिणी के आह्वान पर समस्त उपनल कर्मचारी 12 फरवरी 2024 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे जिला अध्यक्ष हरिद्वार योगेश बडोनी ने बताया कि कर्मचारी कभी भी हड़ताल के पक्ष में नहीं रहते हैं परंतु सरकार की क्रूर नीतियां से परेशान होकर कर्मचारी आंदोलन में जाने का फैसला लिया हैं कई बार शासन प्रशासन से अपनी बात पत्र के माध्यम से एवं भेंट करने के पश्चात भी कर्मचारियों की कोई भी समस्या का समाधान अतिथि तक नहीं किया गया बार-बार कर्मचारियों को बाहर कर दिया जा रहा है 8 से 10 वर्ष तक निरंतर विभागों में सेवा देने के पश्चात चार-चार महीना से वेतन नहीं मिल रहा है सेवाएं बिस्तर नहीं की जा रही है इससे कर्मचारियों में भारी आक्रोश है और कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेवारी शासन प्रशासन की होगी
सरकार से उपनल कर्मचारी की मांगे (1)सुप्रीम कोर्ट से एसएलपी वापस लेकर हाई कोर्ट के आदेश को उपनल कर्मचारी में लागू किया जाए
(2) 18 जुलाई का अपर सचिव का आदेश तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए
(3) प्रत्येक वर्ष 20% मानदेय कर्मचारी को बढ़ाया जाए,
(4) हटाए गए कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से पुणे सेवा दी जाए एवं जिन उपनल कर्मचारी के स्थान स्थान पर नियमित कर्मचारी आ रहे हैं उनको इस विभाग में अन्य पद पर नियुक्ति दी जाए
(5) आकस्मिक उपनल कर्मचारी की मृत्यु 20 लाख का मुआवजा एवं अनुकंपा के आधार पर परिवार-जन को नौकरी दी जाए
(6) जिन जिलों में ESI सुविधा नहीं है तत्काल प्रभाव से वह सुविधा दी जाए