विश्व हिन्दू परिषद के सेवा प्रकल्प वात्सल्य वाटिका की स्थापना की रजत जयंती समारोह किया जा रहा है आयोजित , अनेक गणमान्य लोग हुए सम्मिलित।

संस्कृति सम्मान हरिद्वार
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विश्व हिन्दू परिषद के सेवा प्रकल्प वात्सल्य वाटिका की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर रजत जयंती समारोह आयोजित किया जा रहा हैं। रजत जयंती समारोह के प्रथम दिन वात्सल्य वाटिका मे विश्व हिन्दू परिषद के अखिल भारतीय सेवा प्रमुख तथा केंद्रीय मंत्री अजय पारीक, संयुक्त क्षेत्र सेवा प्रमुख राधेश्याम द्विवेदी, सोहन सिंह सोलंकी क्षेत्र संगठन मंत्री मेरठ क्षेत्र के साथ डा.सुरेंद्रानंद गिरी जी महाराज महामंडलेश्वर महानिर्वाणी पंचायती अखाड़ा, कनखल, हरिद्वार का आगमन हुआ।

वात्सल्य वाटिका तथा कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए वात्सल्य वाटिका के प्रबंधक प्रदीप मिश्र ने बताया कि वात्सल्य वाटिका स्थानीय स्तर व सुदूर पूर्वोत्तर राज्यों से संसाधन विहिन व अल्प संसाधन वाले परिवारों के बच्चों को भारतीय संस्कृति के अनुरूप शिक्षित व संस्कारवान बनाकर श्रेष्ठ नागरिक बनाने के लिए वचनबद्ध एक सेवा प्रकल्प है। वात्सल्य वाटिका से शिक्षा एवं अन्य सहगामी क्रियाकलापों में निपुण अनेक विद्यार्थी देश के विभिन्न संस्थानों में अपनी निष्ठावान समर्पित सेवाएं दे रहे हैं। वात्सल्य वाटिका परिवार अपनी स्थापना के पच्चीस वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर रजत जयन्ती समारोह आयोजित कर रहा है।

विश्व हिन्दू परिषद के अखिल भारतीय सेवा प्रमुख अजय पारीक ने वात्सल्य वाटिका द्वारा पालित तथा शिक्षित समाज के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित पूर्व छात्रों से मुलाकात के पश्चात कहा कि श्री ओमप्रकाशानंद तीर्थ गंगाश्री जनसेवा न्यास द्वारा संचालित वात्सल्य वाटिका का शुभारंभ अगस्त 1998 में हुआ था। केवल 15 बच्चों को साथ लेकर इस सेवा प्रकल्प की शुरूआत की गई थी। वर्तमान में सेवा प्रकल्प में 100 बच्चों से अधिक का लालन-पालन हो रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियों के साथ–साथ वात्सल्य वाटिका के शिक्षार्थियों ने फुटबॉल, टी.टी., कैरम, बाक्सिंग आदि खेलों में जिला, प्रदेश स्तर पर प्रतिभाग कर शीर्ष स्थान प्राप्त किए है। वात्सल्य वाटिका के शिक्षार्थियों की उपलब्धियों से अभिभूत एक सम्बन्धित लेख अमेरिका की पत्रिका में भी प्रकाशित हुआ था। खेलों में पूर्वोत्तर के बच्चों द्वारा सम्पूर्ण उत्तर भारत में सेवा प्रकल्प का नाम रोशन किया है। सेवा संस्थान में प्राचीन गुरूकुल परम्परा के अनुरूप बच्चे प्रातः जागरण करके शाखा लगाते हैं, घोषित दिनचर्या के अनुसार जलपान, विद्यालय, भोजन, खेल, संगीत एवं सांयकालीन संगीतमय आरती के साथ संगीतमय हनुमान चालीसा, वेदमंत्र, संघगीत, सामूहिक गीतों का गायन नित्य होता है।

विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त क्षेत्र सेवा प्रमुख राधेश्याम द्विवेदी ने कहा विश्व हिन्दू परिषद के सेवा प्रकल्प में स्व.ओंकार भावे की स्मृति में बच्चों एवं स्थानीय मरीजों के उपचार हेतु एक निशुल्क धर्मार्थ चिकित्सालय संचालित किया जाता हैं। इस सेवा प्रकल्प में पर्यावरण संरक्षण हेतू वृक्षारोपण के साथ क्षेत्र में जनोपयोगी अनेक जनजागरूकता अभियान, गौशाला संचालन, अन्न एवं वस्त्र वितरण, हरिद्वार की मलिन बस्ती के बच्चों का पालन पोषण, विभिन्न सामाजिक सामूहिक कार्यक्रम जन्मदिन, विवाहदिन, विवाहयोग, संगीत के साथ कम्प्यूटर आदि के कार्य भी संपन्न कराएं जाते हैं। स्थापना के समय से ही यहां समाज में समरसता हेतु मकर संक्रांति पर बडा कार्यक्रम होता है। यहां सभी राष्ट्रीय एवं सामाजिक पर्व बडी धूमधाम से मनाए जाते हैं। वात्सल्य वाटिका में युवाओं के रोजगार हेतू कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र, छात्रों हेतु 200 संख्या का छात्रावास, 10 बेड का अस्पताल स्थापित कराने का आगामी लक्ष्य हैं।

इस अवसर पर प्रमुख रुप से आनन्द प्रकाश हरबोला केन्द्रीय सहमंत्री एवं अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख, सोहन सिंह सोलंकी क्षेत्र संगठन मन्त्री, मेरठ क्षेत्र, अजय आर्य प्रांत संगठन मंत्री उत्तराखण्ड, जे.सी.जैन चांसलर कोर विश्वविद्यालय रुड़की, संदीप जैन एकम्स ग्रुप हरिद्वार, संजीव गुप्ता, अशोक बिडलाश, राकेश ओबराय, राजेश मित्तल प्रबन्धक गंगा तीर्थधाम डिवाई बुलन्दशहर, रमेश ठक्कर, लीलाराम गुप्ता, राजेश कुमार, अमित कुमार विभाग संगठन मंत्री, संगठन मंत्री कुलदीप कुमार, राजेंद्र सैनी, चतर सेन, अनिल भारतीय, बसंत चौहान, नीता नैय्यर, नरेश मोहन, आदित्य राणा, रविभूषण आदि के साथ अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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