श्री सनातन ज्ञान पीठ शिव मंदिर सेक्टर 1 समिति द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के तेरहवे दिवस की कथा के दौरान परम पूज्य उमेश चंद्र शास्त्री जी महाराज जी ने शिव अवतारो और 12 ज्योतिर्लिंगों की कथा सुनाई।महाराज श्री ने बताया कि शिवजी जहाँ-जहाँ स्वयं प्रकट हुए उन बारह स्थानों पर स्थित शिवलिंगों को ज्योतिर्लिंगों के रूप में पूजा जाता है।भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग देश के अलग-अलग भागों सोमनाथ(गुजरात),मल्लिकार्जुन (आंध्र प्रदेश),महाकालेश्वर (मध्यप्रदेश),ओंकारेश्वर (मध्य प्रदेश),केदारनाथ
(उत्तराखंड),भीमाशंकर (महाराष्ट्र)
,विश्वनाथ (उत्तर प्रदेश),त्रयम्बकेश्वर (महाराष्ट्र), वैद्यनाथ (झारखंड),नागेश्वर (गुजरात), रामेश्वर (तमिलनाडु) और घुश्मेश्वर (महाराष्ट्र) मे स्थित है।

जिनके बारे में महाराज जी ने विस्तार पूर्वक सभी की कथा सुनाई। ज्योतिर्लिंग के दर्शन, पूजन,आराधना से भक्तों के जन्म-जन्मातर के सारे पाप समाप्त हो जाते हैं।और भगवान शिव की कृपा के पात्र बनते हैं। ऐसे कल्याणकारी ज्योतिर्लिंगों की कथा सभी को श्रवण करनी चाहिए।महाराज श्री ने बताया की ज्योतिर्लिंग स्वरूप में भगवान शिव शंकर स्वयं जगत के कल्याण के लिए पृथ्वी पर रूप रख कर आये है।यूं तो निराकार भगवान का दर्शन पाना लगभग असंभव प्रतीत होता है किंतु समस्त जगत भगवान शिव की संतति है इस कारण भगवान ने सभी जीवो पर कृपा करने के लिए ज्योतिर्लिंग स्वरूप धारण किया। महाराज श्री ने कहा कि ज्योतिपुंज तोजोमय् भगवान शिव की यदि कृपा प्राप्त करनी हो तो भारतवर्ष में भगवान के द्वादश ज्योतिर्लिंग में किसी भी स्वरूप का दर्शन एवं अर्चन मनुष्य को अवश्य करना चाहिए। कथा में महाराज श्री जी ने भगवान के ज्योतिर्लिंगों की कथा बड़े ही विस्तार पूर्वक सुनाई और शिव अवतारो को भी विस्तार पूर्वक बताया एवं प्रत्येक ज्योतिर्लिंग के पूजन की विधि भी मंत्रो सहित पूजन की फल् प्राप्ति की कथा बड़े ही विस्तारपूर्वक सुनाई।इस प्रकार कथा श्रोता कथा को श्रवण कर स्वयं प्रसन्न चित् मन से शिव भक्ति से सराबोर हुए ।
कथा मे मंदिर सचिव ब्रिजेश शर्मा और कथा के मुख्य यजमान प्रभात गुप्ता और उनकी धर्मपत्नी रेनू गुप्ता,
जय प्रकाश,राकेश मालवीय,दिलीप गुप्ता,तेज प्रकाश,अनिल चौहान, सुनील चौहान,मानदाता,मोहित तिवारी,हरिनारायण त्रिपाठी,कुलदीप कुमार,अवधेशपाल,रामललित गुप्ता, आदित्य गहलोत,धर्मपाल,अंकित गुप्ता,दिनेश उपाध्याय,हरेंद्र मौर्य,होशियार,संजीवभारद्वाज,विष्णु समाधिया,मधुसूदन,रामकुमार,
अलका शर्मा,संतोष चौहान,पुष्पा गुप्ता,सरला शर्मा गौतम गौतम, अनपूर्णा,राजकिशोरी मिश्रा,सलोनी,
दीपिका,भावना गहलोत,मिनाक्षी,कौशल्या,तनु चौहान,सुमन समधिया,नीतू गुप्ता,कुसुम गैरा,मनसा मिश्रा,सुनीता चौहान, पायल, रेनू,बबिता,कृष्णा चौधरी और अनेको श्रोता गण कथा में सम्मिलित रहे।


