गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालयए हरिद्वार में कल बुधवार को युवा संसद 2025 का आयोजन अत्यन्त उत्साह एवं गरिमा के साथ हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओ को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से प्रेरित करना और उनके विचारो को मंच प्रदान करना तथा राष्ट्रीय मुद्दे पर रचनात्मक संवाद को बढ़ावा देना था।
इस युवा संसद का प्रारम्भ गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर हेमलता एवं रजिस्ट्रार प्रो सुनील कुमार, मदन कौशिक, डॉ आर केशुक्ला ;डीन डॉ रवीन्द्र कुमार ;डिप्टी डीन के द्वारा दीप प्रज्जवलन करने के साथ हुआ। इस कार्यक्रम में गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती हेमलता ने इस कार्यकर्म के समस्त आयोजको एवं छात्रों को बधाई देते हुए ऐसे कार्यकर्मो को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि ये कार्यकर्म न केवल युवाओं को राजनीति जागरूकता प्रदान करता है बल्कि उन्हें संवाद एवं लोकतांत्रिक मुल्यो की स्थापना भी करता है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो सुनील कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया एवं कार्यक्रम की सफलता की कामना की। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में मदन कौशिक विधायक हरिद्वार उपस्थित रहे। मदन कौशिक ने सभी उपस्थित सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत युवाओं का देश है और देश को आगे बढ़ाने में युवाओं की बहुत महतवपूर्ण भागीदारी होती है और इस युवा संसद के माध्यम से युवा संसद प्रणाली को सीखेगे एवं देश के अंदर की गतिविधि के बारे में उनको और अधिक जानकारी होगी। युवाओं को लोकतंत्र की समझ लेने और राष्ट्र निर्माण में भागीदारी हेतु प्रोत्साहित किया जाए।
आज के इस युवा संसद 2025 के सभापति के रूप में डॉ भटनागर एवं उप सभापति के रूप में डॉ कपिल मिश्रा उपस्थ्ति रहे। साथ ही जूरी सदस्यों के रूप में डॉ निखिल रंजन ,डॉ अनुराग वत्स, डॉ मनीला, डॉ ऋतु अरोरा, डॉ राहुल भारद्वाज उपस्थित रहे। युवा संसद के प्रथम और द्वितीय सत्र में छात्र रूपी सभी उपस्थित संसदो ने समान नागरिक संहिता जाति जनगणना,एक राष्ट्र एक चुनाव,सोशल मीडिया, भारतीय ज्ञान परंपरा जैसे मुद्दे के पक्ष और विपक्ष में अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागो के विद्यार्थियों ने भाग लिया और संसद कार्यवाही का जीवंत चित्र प्रस्तुत किया। विषयों में समान नागरिक संहिता ,जाति जनगणना, एक राष्ट्र एक चुनाव, सोशल मीडिया, भारतीय ज्ञान परंपरा जैसे मुद्दे रहे। सभी प्रतिभागियो ने सभी विषयों के पक्ष और विपक्ष में गहन शोध तर्कपूर्ण भाषणों और सजीव प्रतिभाओं से दर्शको एवं निर्णयको को प्रभावित किया। इस श्रंखला में मानसी भार्गव ने एक राष्ट्र एक चुनाव विषय पर अपने विचार रखे और एक बहुत सुंदर प्रस्तुति दी साथ ही सागर चौहान ने बड़े ही जोश के साथ सोशल मीडिया विषय में अपने विचार साझा किए। इसके साथ ही देव सिंह राणा ने जाति जनगणना पर पर अपनी समझ और विचार प्रस्तुत किये। इसी खंड के प्रश्न सत्र में सभी संसद रूपी विद्यार्थियों ने बड़े ही ध्यानपूर्व पक्ष और विपक्ष के विचार सुने और तर्कपूर्ण प्रश्न किये।
आज की इस युवा संसद के द्वितीय सत्र मेंअंजलि मौर्य और अनुकेश हलधर ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय के विपक्ष में अपने विचार रखे और अपनी चिंता व्यक्त की। आलोक कुमार झा ने भारतीय ज्ञान परम्परा विषय के अन्तर्गत तक्षशिला और नालन्दा की विशिष्टताओं का उल्लेख किया। अर्जुन ने वैदिक मंत्रोच्चार से अपनी शुरुआत की और भारतीय ज्ञान परंपरा के बारे में बताया और इसके साथ ही आगे बढ़ने का विचार रखा। मयंक सैनी ने भारतीय ज्ञान परंपरा को शुद्ध विश्व में सबसे महान बताया अपने भावों को प्रकट किया और भारत की विविध परंपरा पर सबका ध्यान आकर्षित किया। संजीव ने यूसीसी के पक्ष में अपने विचार प्रस्तुत किए। समापन समारोह में संजय चतुर्वेदी मुख्य अतिथि के रूप में इसके साथ ही प्रो राकेश जैन ;वित्त अधिकारी प्रो नवनीत पदम आदि उपस्थित रहे ।
इस अवसर पर सभी शोधार्थी एवं सभी छात्र छत्रायें उपस्थित रहे।