श्री शिव महापुराण की कथा में चौथे दिन कथा व्यास महंत प्रदीप गोस्वामी ने भगवान शिव की पावन कथाओं का वर्णन किया।

Uncategorized धार्मिक हरिद्वार
Listen to this article

सनातन ज्ञानपीठ शिव मंदिर सेक्टर 1 मे चल रही रही ग्यारह दिवस की कथा के चौथे दिवस की श्री शिव महापुराण की कथा मे कथा व्यास महंत प्रदीप गोस्वामी जी महाराज जी ने कथा सुनने आये श्रोताओं को भगवान शिव की पावन कथाओं का श्रवण कराते हुए व्यास जी ने कहा की भगवान शिव ही जगत की उत्पति कर्ता और संहार कर्ता है भगवान शिव के बिना सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती ज्ञानियों को ज्ञान के लिए और सांसारियो को वैभव के लिए सदा सर्वदा शिव का ही पूजन करना चाहिए शिवमहा पुराण में अंकित कथा का व्याख्यान करते हुए महाराज श्री ने बताया कि जब नारद जी को अपनी तपस्या द्वारा काम विजय का अभिमान हुआ और अभिमान के कारण वे तीनों लोकों में महिमा बखान के कारण दारुण दुख को प्राप्त हुए।तब ब्रह्मा जी के द्वारा भगवान शिव की पावन कथा सुनकर ही नारद जी जैसे संत को भी शांति प्राप्त हुई ब्रह्मा जी द्वारा नारद जी को सृस्टि विस्तार का वर्णन करते हुए बताया गया किस् प्रकार भगवान शिव की महिमा से श्री विष्णु जी और ब्रह्मा जी का प्राकट्य हुआ और कैसे शिव जी द्वारा विष्णु और ब्रह्मा जी को सृष्टि विस्तार और पालन का कार्य दिया गया। स्वयं शंकर भगवान शिव पुराण के माध्यम से संसार के प्राणियों को आदेश देते हैं कि यदि जीव अपना कल्याण चाहे तो प्रत्येक मनुष्य को भगवान शिव की पूजा और पार्थिव स्वरूप शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए विशेष मुहूर्तो का वर्णन करते हुए महाराज श्री ने बताया कि विशिष्ट मुहूर्त पर भगवान शिव का पूजन करना फलदायक है। साथ ही साथ माता पिता की सेवा करनी चाहिए कथा व्यास जी ने कहा की जो व्यक्ति अपने माता पिता की सेवा नही करते है वो चाहे जितने भी तीर्थ की यात्रा कर ले, चाहे जितनी भी तपस्या कर ले और चाहे जितने हवन कर ले फिर भी जीवन मे सुख-शांति की प्राप्ति नही मिल सकती।भगवान की प्राप्ति की तो दूर की बात है।अतः ये आप के अंदर कैसे आयेगा उसके लिए शिव महापुराण की कथा श्रवण करनी होगी।क्योकि कथा सुनने वाले व्यक्ति की मुक्ति निश्चित ही होती है अर्थात वो शिव धाम को चला जाता है।अतः शिव शंकर की शरण मे जाने से आपको सब कुछ मिलेगा।बस केवल आप को अपने अंदर समर्पणभाव की आवश्यकता है।
कथा में मंदिर सचिव ब्रिजेश शर्मा और कथा के यजमान विनीत तिवारी पत्नि दीप्ती तिवारी पुत्र सानिध्य तिवारी,राकेशमालवीय,तेजप्रकाश,
अनिल चौहान,विष्णु समाधिया,मान दाता,हरिनारायण त्रिपाठी,सुनील चौहान, होशियार सिंह,दिनेश उपाध्यय,मोहित तिवारी,जय प्रकाश,मंगरे,अलका शर्मा,पुष्पा गुप्ता,नीलू त्रिपाठी
,सबिता,नीरु गौतम,सुनीता चौहान
,पूनम,संतोष चौहान,मंजू,रेनू,मनसा
मिश्रा,गीताबहुगुणा, विनीता, सरला,राजकिशोरी मिश्रा,विभा गौतम,कुसुमगेरा,उमा राणा,अनपूर्णा मिश्रा,बबिता,कौशल्या आदि सम्मिलित हुए ।

Leave a Reply

Your email address will not be published.