अधिकारों के लिए संघर्ष से पीछे नहीं हटेगा किसान-चौधरी ऋषिपाल अंबावता
हरिद्वार, 11 जून। अलकनंदा मैदान में आयोजित भारतीय किसान यूनियन अंबावता के राष्ट्रीय अधिवेशन एवं चिंतन शिविर के दूसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बीच पहुंचे। भाकियू अंबावता के मंच से किसानों को संबोधित करते हुए हरीश रावत ने कहा कि किसान ही देश का असली राजा है। भारत किसान प्रधान देश है। देश में सर्वाधिक संख्या बल किसानों का है। अपनी समस्याओं को लेकर किसान लगातार हुंकार भर रहे हैं। लेकिन सरकार पर कोई असर नहीं हो रहा है। दिल्ली में लंबे किसान आंदोलन और सात सौ किसानों के बलिदान के बाद भी समस्याएं दूर नहीं हुई। अपने अधिकारों को प्राप्त करने के लिए किसानों को दंड और पुरूस्कार दोनों देना सीखना होगा। हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस और वे स्वयं हमेशा किसानों के साथ खड़े रहे हैं। केंद्र में मंत्री रहने के दौरान उन्होंने हमेशा किसानों का पक्ष सरकार के सामने रखा। किसानों के आशीर्वाद से कांग्रेस को ताकत मिली है। खेती किसानी के हित के लिए कांग्रेस हमेशा आवाज उठाती रहेगी। भाकियू अंबावता के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि एमएसपी समेत तमाम मुद्दों को लेकर आगे बढ़ चुका किसान अब पीछे हटने वाला नहीं है। अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए किसानों का संघर्ष निरंतर जारी रहेगा। चौधरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि भारत का किसान अन्नदाता है। किसान कभी भी छोटा बड़ा नहीं होता है। किसानों की समस्याएं समान रूप हल होनी चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के द्वारा किसानों को देश का राजा कहना प्रशसंनीय है। उनके द्वारा हमेशा ही किसानों के हितों में आवाज उठायी गयी। किसान खुशहाल होगा देश प्रगति की और अग्रसर होगा। उन्होंने कहा कि स्वामी नाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाए। किसान को उसकी फसल का वाजिब दाम मिल सके। इसके लिए एमएसपी पर गारंटी कानून लागू किया जाए। अंबावता ने कहा कि किसानों के हित के लिए किसी भी स्तर तक संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे। किसान नेता सरदार वीएम सिंह ने कहा कि विभिन्न राज्यों से आए किसान तीन दिवसीय चिंतन सम्मेलन में अपने-अपने राज्यों में आ रही किसानों के समक्ष समस्याओं का निदान राज्य की सरकारों को करना चाहिए। किसान के परिवारों को सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोड़ा जाए। जिससे समान रूप से किसानों का उत्थान हो सके। आंध्र प्रदेश अध्यक्ष मुश्ताक वजीद अली, कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष मल्ल्किार्जुन, प्रवक्ता अनीस गाजी, किसान मंच के विनोद सिंह, पंजाब से सतनाम सिंह भेरू, आरके त्यागी, प्रवीण अंबावता, रामपाल सिंह, हरयाणा प्रदेश अध्यक्ष दिलबाग हुड्डा, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र सिंह, उत्तराखण्ड प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष जोगेंद्र चौधरी, हरिद्वार जिला प्रभारी योगेश चौधरी, उपाध्यक्ष राजेंद्र नागर, कंांग्रेस नेता राव आफाक अली ने भी किसानों को संबोधित किया। सम्मेलन में विभिन्न राज्यों से आए हजारों किसान मौजूद रहे।