सहस्त्र ताल ट्रैक पर फंसे 13 जीवित ट्रैकर्स को सुरक्षित निकालने तथा हादसे में 09 मृतकों के शवों को जिला चिकित्सालय पहुंचाने के साथ सिल्ला-कुशकल्याण- सहस्त्रताल ट्रैक पर फंसे ट्रैकर्स की खोज के लिए संचालित रेस्क्यू अभियान संपन्न हो गया।
इस अभियान में 13 ट्रैकर्स को गत दिवस सुरक्षित निकाल लिया गया था। आज दूसरे दिन वायु सेना के दो चीता हेलीकॉप्टर से घटनास्थल से चार शवों को निकाल कर नटीण हैलीपैड लाया गया। इस प्रकार हादसे में मरने वाले ट्रैकर्स की संख्या नौ हो गई है। उधर, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ट्रैकर्स की खोज एवं बचाव के लिए संचालित रेस्क्यू अभियान पर निरंतर नजर रखे रहे। उन्होंने रेस्क्यू अभियान में हर संभव विकल्पों और संसाधनों का प्रयोग करने की हिदायत दी थी। सुरक्षित निकाले गए 8 ट्रैकर्स को गत दिवस देहरादून भेजा जा चुका है। 5 अन्य को आज देहरादून भेजा जा रहा है। घटनास्थल से बरामद सभी नौ शवों को नटीण हेलीपैड से जिला अस्पताल उत्तरकाशी लाकर पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है। सभी शवों को वायु सेना के हेलीकॉप्टर से देहरादून भेजा जाएगा। गौरतलब है कि हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर रातोंरात वायु सेना से लेकर निजी कंपनियों के हेलीकॉप्टर जुटाने और अनुभवी रेस्क्यूअर्स की अनेक टीमें तैयार कर अगले दिन तड़के ही कई दिशाओं से जमीनी व हवाई रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया था। मुख्यमंत्री ने हादसे में ट्रैकर्स की मौत होने पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने इस अत्यंत चुनौतीपूर्ण अभियान को तेजी से संचालित करने और सभी जीवित ट्रैकर्स को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे सभी लोगों की सराहना की है।