कांग्रेस प्रत्याशी वीरेन्द्र रावत ने अपने अभिकर्ताओं को सचेत किया तोभाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस द्वारा मतगणना बाधित करने की आशंका व्यक्त की।श

उत्तराखंड राजनीति
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मतगणना से पूर्व भाजपा और कांग्रेस आमने सामने आ गए हैं।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस पर मतगणना बाधित करने की आशंका व्यक्त की तो   हरिद्वार लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र रावत ने एक्जिट पोल को सरकारी पोल बताते कार्यकर्ताओं को सावधान रहने को कहा है। उन्होंने अपने अभिकर्ताओं को सचेत करते हुए कल छह बजे तक मतगणना केंद्र पर पहुंच कर मुस्तैद होने के लिए कहा है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा है कि जिन एक्जिट पोल में मोदी जी तीसरी बार आ रहे हैं वे सभी सरकारी एक्जिट पोल हैं। कांग्रेस हरिद्वार सहित उत्तराखंड की पांचों सीटें जीत रही है। उल्लेखनीय है कि हरिद्वार में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस में ही माना जा रहा है। भाजपा विधायकों वाली सीटों पर कम मतदान को कांग्रेस अपने पक्ष में मान रही है।
इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा था कि अपनी हार को देखते हुए कांग्रेस कल मतगणना बाधित कर सकती है।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने दावा किया कि कल आने वाले नतीजों की 400 पार वाली माला में 5 कमल देवभूमि से भी जुड़ने तय हैं।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए भट्ट ने चुनाव आयोग एवं मतगणना प्रक्रिया को लेकर कांग्रेस के आरोपों को अनर्गल एवम निराधार बताया । उन्होंने निशाना साधा कि चुनावों में अपनी हार निश्चित देखकर कांग्रेस झूठ एवं भ्रम फैला रही हैं ताकि बहानेबाजी के लिए माहौल तैयार किया जाए । कांग्रेस मतगणना प्रक्रिया को बाधित करने एवं चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर संदेह पैदा करने का कुचक्र रच रही है । अपनी पार्टी की जमीनी हकीकत से वे भी अच्छी तरह वाकिफ है और उनके लिए इस तीसरी हार को पचाना संभव नहीं है । यही वजह है कि पोस्टल बैलेट की गिनती प्रक्रिया, ईवीएम तकनीक और निर्वाचन अधिकारियों की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर, भाजपा की जीत को कमतर करने की साजिश में कांग्रेस पार्टी जुटी हुई है।
उन्होंने कहा कि राज्य के परिणामों को लेकर जनता एवं पार्टी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है । साथ ही दावा किया कि प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवार रिकॉर्ड अंतर से जीतने वाले हैं । जनता के आशीर्वाद से मोदी के गले में पड़ने वाली 400 पार की माला में सुशोभित होने के लिए 5 कमल देवभूमि से भी खिलने तय हैं ।
उन्होंने निकाय चुनावों की तारीखें आगे बढ़ने को जरूरी बताते हुए कहा, 6 जून को आम चुनावों की अधिसूचना समाप्त होगी, जबकि इससे पहले ही प्रशासक की समयसीमा समाप्त हो रही है । लिहाजा निकाय प्रशासकों के कार्यकाल एक अवधि के लिए बढ़ाना आवश्यक था, ऐसा करके मतदाता नामावली, आरक्षण एवं अन्य निर्वाचन प्रक्रिया को व्यवस्थित करने में प्रयाप्त समय मिल जाएगा। लिहाजा जैसे ही आयोग चुनाव की घोषणा करेगा, संगठन और सरकार चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार है ।उन्होंने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया कि कांग्रेस कल भी हारने वाली है और निकाय चुनावों में भी उनका हारना निश्चित है ।

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