थार पहुंची केदारनाथ धाम जहां यात्रियों की सुविधा का दावा वहीं फैसले की हो रही आलोचना।

चार धाम यात्रा प्रशासन
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केदारनाथ धाम में एसयूवी (महेंद्र थार) को शुक्रवार को गौचर हवाई पट्टी से भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के चिनूक हेलीकॉप्टर द्वारा मंदिर तक पहुंचाया गया।

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विभाग का इरादा विकलांग और बुजुर्ग तीर्थयात्रियों को एसयूवी में हेलीपैड से मंदिर परिसर तक ले जाने का है। पता चला है कि विभाग जल्द ही एक और एसयूवी को हवाई मार्ग से मंदिर तक पहुंचाने का इरादा रखता है।
केदारनाथ धाम में थार तैनात करने के पर्यटन विभाग के फैसले की आलोचना भी हो रही है। योजना के औचित्य और इस उद्देश्य के लिए जीवाश्म ईंधन से चलने वाले वाहन के चयन को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं
केदारनाथ में थार की बात  चर्चा का विषय बनी हुई है।  इसी बीच जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग ने बयान जारी कर कहा है  कि बुजुर्ग यात्रियों को ले जाने के लिए इसे धाम पहुंचाया गया है। लेकिन इस मसले पर सियासत देखने को मिल रही है। कांग्रेस लगातार सरकार पर हमला बोल रही है। अब कांग्रेस ने इसे रोकने की मांग की है।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि सरकार ने हमेशा धार्मिक स्थलों की पवित्रता में कुठारा घात करने का काम किया है। पीएम मोदी आते हैं तो गर्भगृह में चप्पलों में ही चले जाते हैं। अब सरकार ने ये अनुमति दे दी है कि थार से मंदिर तक जा सकते हैं जिसकी आवश्यकता नहीं थी।
इससे स्थानीय रोजगार जो डंडी-कंडी डोली वाले लोग हैं उनके रोजगार पर प्रभाव पड़ेगा। सरकार गरीबों के पेट में लात मरने का काम कर रही है। उन्होंने कहा की सरकार को अगर इतनी चिंता है तो केदारनाथ के नजदीक रामबाड़ा तक मोटर मार्ग बना दें। लेकिन सरकार मंदिरों में भी राजनीति कर रही है और कांग्रेस इसका विरोध करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार से मांग करती है की इसे तत्काल रोका जाए ताकि स्थानीय लोगों के रोजगार पर कोई प्रभाव न पड़े।
भाजपा का कहना है की श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए ये कदम उठाया गया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हनी पाठक का कहना है कि केदारनाथ के स्वरूप को खतरा नहीं हो सकता क्योंकि वो श्रृष्टि के रचेता हैं। जहां तक थार की बात है तो ये सुविधा हेलीपैड से मंदिर तक के लिए सिर्फ उन लोगों के लिए हैं जो केदारनाथ में जाकर किसी बीमारी के कारण दिक्कत में हों, विकलांग हो या जिनको असमर्थता दिखाई दे रही हो।

उन्होंने कहा कि आपातकालीन स्थिति में ही थार का उपयोग किया जाएगा, इस लिए इसे अन्यथा न लें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में यात्रीगण आ रहे हैं उन्हें परेशानी न हो इसके लिए सुचारू रूप से दर्शन करने के व्यवस्था बनाई गई है। इसकी विपक्ष को सराहना करनी चाहिए न की आरोप लगाने चाहिए।

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