दस दिवसीय निःशुल्क समर कैंप जो कि स्पर्श गंगा कार्यालय ,जगजीतपुर में आयोजित किया गया है ,जिसमे प्रीति गुप्ता जो कि पूर्व में आर्ट एंड क्राफ्ट की अध्यापिका रही है उन्होंने निर्मल बस्ती के बच्चो को आत्मनिर्भर एवम स्वावलंबी बनाने के लिए एक छोटा सा प्रयास करते हुए कपड़े की कतरनो से हस्तनिर्मित आभूषण बनाने सिखाए है ! आज के आधुनिक युग में इन आभूषणों का बहुत चलन है।
दिल्ली ,कोलकाता, असम आदि जगहों में इन आभूषणों की अत्यधिक मांग है , इस तरह के बाजार को मध्य नजर रखते हुए प्रीति गुप्ता नै बच्चो को विभिन्न प्रकार के कपड़े की कतरनो से निर्मित आभूषण सिखाए है , स्पर्श गंगा की समन्वयक श्रीमती रीता चमोली जी का कहना है कि शिक्षा के साथ साथ बच्चो के लिए अन्य एक्टिविटी भी बहुत जरूर है और बच्चो के अंदर छिपी प्रतिभा को उभार हो हमारा मुख्य उद्देश्य है l आर्ट एंड क्राफ्ट एक्टिविटी के साथ साथ इस समर कैंप में बच्चो को योग , परसोनिल्टी डेवलपमेंट कोर्स , फूड विथ आउट फायर कोर्सेज भी करवाए जा रहे है l
कनक आत्रे और रिद्धि राजवंश द्वारा सभी बच्चो को डांस की क्लासेज दी जा रही है l सभी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से व्यवस्थित करने के लिए स्पर्श गंगा टीम की श्रीमती विमला ढोंढियाल और श्रीमती मन्नू रावत भी बढ़ चढ़ कर अपना सहयोग दे रही है l