जबलपुर सिविल लाइन की मिलेनियम रेलवे कॉलोनी में रेलवे कर्मचारी और उसके पुत्र की हत्या के बाद रहस्यमय तरीके से 70 दिन से लापता उसकी नाबालिग बेटी उत्तराखंड के हरिद्वार में मिली है।जबलपुर से मार्च में प्रेमी के साथ मिलकर पिता व भाई की हत्या के बाद से फरार चल रही नाबालिग को हरिद्वार पुलिस ने मंगलवार की शाम बरामद करते हुए अभिरक्षा में लिया है। हालांकि, उसका बॉयफ्रेंड मुकुल सिंह, जिसे घटना का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है, पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
बीते करीब 70 दिन से नाबालिग और उसके बॉयफ्रेंड की तलाश की जा रही थी। इसके लिए पुलिस ने देशभर के कई राज्यों में टीम भेजी और पोस्टर छपवाकर आरोपित की तलाश की।
जबलपुर के पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि मंगलवार को हरिद्वार पुलिस का फोन आया था। वीडियो कॉल पर नाबालिग की तस्वीर दिखाई गई। जबलपुर पुलिस की एक टीम हरिद्वार के लिए रवाना की गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मुकुल सिंह भी पुलिस गिरफ्त में होगा। हरिद्वार पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी कर दी है। उम्मीद है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस को अलग-अलग राज्यों में दोनों की लोकेशन मिली थी। आरोपित हर बार जगह बदलते रहे। इसके बाद पुलिस ने आरोपित का पोस्टर और फोटो कई राज्यों में बांटा और पूछताछ की।
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी में पता चला है कि आरोपित मुकुल और नाबालिग आश्रम, गुरूद्वारा और अन्य धार्मिक स्थानों पर ठिकाना बना रहे थे। वे यहां भोजन करते और दिन गुजार रहे थे। हरिद्वार में इसी तरह वे एक आश्रम में रह रहे थे जहां पर चौकीदार को मुकुल की शक्ल पोस्टर से मिलती जुलती दिखी। उसने इसकी खबर पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। हरिद्वार में जब पुलिस पकड़ने के लिए जाल बिछा रही थी उस वक्त मुकुल को संदेह हुआ और उसने कुछ देर में आने की बात कहकर वहां से भाग गया। पुलिस अभी उसकी खोजबीन कर रही है।किशोरी को हरिद्वार से जबलपुर लेजाने के लिए पुलिस टीम रवाना हो गई है।
गौरतलब है कि जबलपुर के सिविल लाइन में रेलवे की मिलेनियम कालोनी निवासी राजकुमार विश्वकर्मा व उनके बेटे तनिष्क की 15 मार्च 2024 को हत्या कर दी गई थी। राजकुमार रेलवे में कर्मचारी थे और पत्नी की मौत के बाद नाबालिग बेटी और बेटे तनिष्क के साथ यहीं रहते थे। दोहरी हत्या के बाद उनकी नाबालिग बेटी रहस्यमय ढंग से गायब हो गई। जांच में पता चला कि हत्या राजकुमार के पड़ोसी रेलवे अधिकारी के बेटे मुकुल ने की थी। जो फरार हो गया। 70 दिन से उसकी तलाश की जा रही थी।
घटना के कुछ घंटे के मिले फुटेज से पुलिस को पता चला था कि किशोरी हत्या के आरोपी के साथ ही थी। बाद में उसके मध्यप्रदेश सहित देश के कई शहरों में आरोपी मुकुल के साथ वीडियो व फोटो सामने आए थे। लेकिन पुलिस उनतक नहीं पहुंच पा रही थी। उनकी नेपाल यात्रा की भी फुटेज पुलिस को मिली थी।
बताया गया है कि जबलपुर पुलिस ने सभी राज्यों की पुलिस को आरोपी मुकुल और किशोरी का विवरण भेजा है। इसी के जरिए किशोरी हरिद्वार के एक मंदिर में उत्तराखंड पुलिस के हाथ लग गई। संदिग्ध लगने पर उसे थाने ले जाया गया और पूछतांछ के बाद जबलपुर पुलिस को सूचना दी गई। जबकि मुकुल फरार हो गया। बता दें कि दोहरे हत्याकांड की घटना के कुछ घंटे के मिले फुटेज से पुलिस को पता चला था कि किशोरी हत्या के आरोपी के साथ ही थी। बाद में उसके कई शहरों में आरोपी मुकुल के साथ वीडियो व फोटो सामने आए थे।