राजकोट स्थित TRP गेमिंग जोन में आग लगने के समय का CCTV फुटेज सामने आया है।एक्सटेंशन एरिआ ने वेल्डिंग की वजह से ही लगी थी आग। उस स्थान पर मौजूद तीन चार लोगों ने फायर एक्सटिंग्युशर्स का उपयोग कर आग बुझाने का प्रयास किया था पर वो आग की तीव्रता के आगे काम नहीं आया।
साफ़ दिख रहा है क़ि यदि फायर फाइटिंग सिस्टम लगा होता तो आग को फैलने से रोका जा सकता था।
गुजरात के राजकोट शहर के कालावड रोड स्थित TRP गेम जोन में शनिवार की शाम करीब 4.30 बजे भीषण आग लग गई। इस बड़े हादसे में 12 बच्चों समेत 27 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बारे में जिसने सुना स्तब्ध रह गया था। इस घटना में मृतकों के शव इतनी बुरी तरह झुलसे हुए हैं कि उनकी शिनाख्त नहीं हो सकी है। प्रशासन ने कहा है कि शवों की पहचान के लिए उनका डीएनए टेस्ट किया जाएगा। आग पर तीन घंटे में काबू पाया गया था। हालांकि प्रशासन अबतक यह नहीं बता पाया है कि आग लगने के वक्त गेम जोन में कितने लोग मौजूद थे।
जानकारी में ये बात भी सामने आई है कि टीआरपी गेम जोन के पास फायर एनओसी तक नहीं थी। स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन जैमिन ठाकर ने कहा कि जो भी इसके लिए जिम्मेदार होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।राजकोट पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव ने बताया कि टीआरपी गेम जोन के मालिक और मैनेजर सहित दो अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है और पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। इस हादसे को लेकर पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह विपक्ष के नेताओं खड़गे और राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने भी दुख जताया था।