कांग्रेस पार्टी की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और वर्तमान में प्रदेश महामंत्री लक्ष्मी राणा ने आज अपना त्याग पत्र दे दिया है।
लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को आज फिर बड़ा झटका लगा है इससे पहले कल ही मनीष खंडूरी ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।
अब लक्ष्मी राणा के इस्तीफा से सियासी गलियारों में फिर से चर्चाएं तेज हो चली है की लक्ष्मी राणा भाजपा ज्वाइन करेंगी।
लक्ष्मी राणा 2014 से 2019 तक कांग्रेस पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग रही, 2017 में रुद्रप्रयाग विधानसभा से कॉग्रेस प्रत्याशी रही, 2018 से अब तक कांग्रेस पार्टी की प्रदेश महामंत्री हैं।
प्रदेश अध्यक्ष, को लिखे पत्र में लक्ष्मी राणा ने कहा है
मैं सन् 1998 में उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री रही, 1997 से 2001 तक कांग्रेर पार्टी से ब्लॉक प्रमुख जखोली रही, 2002 से 2007 तक उपभोगता फॉर्म की सदस्य (रात्री) रही 2014 से 2019 तक कांग्रेस पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग रही, 2017 में रुद्रप्रयाग विधानसभा से कॉग्रेस प्रत्याशी रही, 2018 से अब तक कांग्रेस पार्टी की प्रदेश महामंत्री हूँ।
आपको विदित होगा हाल ही में मेरे घर और प्रतिष्ठान पर राजनीतिक द्वेष के चलते ईडी की छापेमारी हुई, हालांकि मैं जानती हूँ ये एक कानूनी प्रक्रिया है, किंतु पार्टी की तरफ से मेरे खिलाफ हुए इस राजीनीतिक द्वेष के बारे में ना कोई प्रतिक्रिया आई ना ही किसी ने मुझे इस दुःख की घड़ी में कोई ढांढस बंधाया।
मैंने अपने जीवन के 27 साल से ज्यादा समय कांग्रेस परिवार की मजबूती के लिए कार्य किया, मैने उत्तराखंड के दूर दराज के पहाड़ी जिलों में हजारों महिलाओं और युवाओं की रात दिन मेहनत करके पार्टी में जोड़ने प्रयास किया, मैने मेरे जीवन का महत्वपूर्ण समय अपने, कांग्रेस परिवार की मजबूती के लिए समर्पित किया, किंतु आज मेरे कठिन समय में मेरे कांग्रेस परिवार के किसी भी जिम्मेदार पदाधिकारी ने मेरा साथ नहीं दिया, बहुत चिंतन करने के बाद मैंने अत्यंत आहत होकर दुखी मन से निर्णय लिया कि जिस कांग्रेस परिवार के सुख दुख में मैने अपना जीवन खपाया उस कांग्रेस पार्टी में रहने का कोई औचित्य नहीं है. इसलिए मैं आज दुखी मन से कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे रही हूं।
लक्ष्मी राणा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग।
इस पत्र के अनुसार लक्ष्मी राणा के घर और प्रतिष्ठान पर ईडी ने छापेमारी की थी। अब इस कार्यवाही के बाद अचानक से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा के इस्तीफा आने से कई सवाल खड़े हो गए हैं।