श्रीमद् भागवत के छठे दिन कथा व्यास अनुराग जी ने कहा युद्ध और लड़ाई किसी के हित में नहीं होते जहां तक हो इससे बचना चाहिए।
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श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह उत्सव धूमधाम से मनाया गया इससे पूर्व कथा व्यास आचार्य श्री अनुराग शास्त्री जी ने भगवान श्री कृष्ण की अनेक लीलाओं का वर्णन करते हुए श्री कृष्ण के मथुरा गमन और वहां कंस वध के बारे में विस्तार से बताया उन्होंने श्री कृष्ण की रासलीलाओं का भीवर्णन किया।कथा व्यास जी ने श्री कृष्ण के मथुरा से द्वारका जाने पर कहा कि युद्ध और लड़ाई से बचना चाहिए श्री कृष्ण ने मथुरा वासियों को युद्ध के दुष्परिणामों से बचाने के लिए द्वारिका ले गए उन्होंने रास के विषय में कहा कि महारास में पांच अध्याय हैं। उनमें गाये जाने वाले पंच गीत, भागवत के पंच प्राण हैं, जो भी ठाकुरजी के इन पांच गीतों को भाव से गाता है। वह भव पार हो जाता है। उसे वृंदावन की भक्ति सहज प्राप्त हो जाती हैं। महाराज ने कथा में भगवान का मथुरा प्रस्थान, कंस वध, महर्षि संदीपनी के आश्रम में विद्या ग्रहण करना, उद्धव-गोपी संवाद, द्वारका की स्थापना, रुक्मणी विवाह के प्रसंग का संगीतमय भावपूर्ण पाठ किया। आस्था और विश्वास के साथ भगवत प्राप्ति आवश्यक हैं। भगवत प्राप्ति के लिए निश्चय और परिश्रम भी जरूरी हैं। राहुल और मानसी ने भगवान श्रीकृष्ण रुक्मणी के विवाह की झांकी बनाई ने सभी को खूब आनंदित किया। कथा के दौरान भक्तिमय संगीत ने श्रोताओं को आनंद से परिपूर्ण किया। उन्होंने कहा कि जो भक्त प्रेमी कृष्ण रुक्मणी के विवाह उत्सव में शामिल होते हैं उनकी वैवाहिक समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाती है। श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह पर उपस्थित लोगों ने कन्यादान का संकल्प लेकर उपहार प्रदान किये।
आज भागवत कथा के छठे दिन हरिद्वार के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने पंडाल में पहुंचकर कथा व्यास अनुराग शास्त्री जी का अभिनंदन किया और इस आयोजन के लिए कपिल परिवार का साधुवाद किया इस अवसर पर निवर्तमान पार्षद महावीर वशिष्ठ भी उनके साथ उपस्थित थे कथा व्यास ने भी सतपाल ब्रह्मचारी का अंग वस्त्र द्वारा सम्मान किया । सीनियर सिटीजंस काउंसिल के अध्यक्ष अमरीश रस्तोगी और गोपाल कृष्ण बडोला भी पहुंचे गोपाल कृष्ण बडोला प्रसिद्ध कथा वाचक और ज्योतिषी है।आज मुख्य यजमान ललित कपिल, सुभाष कपिल,दिलीप कपिल, हर्ष कपिल हिमांशु कपिल सहित , भास्कर चमोली,रिशभ वशिष्ठ कृष्णा बोस, शशि सूरी, कमलेश सूरी, सुनीता वर्मा पूनम भट्ट, शेफाली भट्ट, राजकुमारी सतलेवाल ,सुधा सतलेवाल,उमा बत्रा, चमन लाल खट्टर, नीलम खट्टर , उरमन मदान ,रेखा मदान ,नीलम मदान ,पूनम अरोड़ा, हर्ष अरोड़ा, सरिता अरोड़ा, सारिका सचदेवा, सुषमा गंभीर शालू गंभीर सावित्री बाधवा, टीना बाधवा, टीना कपिल ,विमला भट्ट, पिंकी भट्ट, सत्यवती शर्मा सीता शर्मा सीमा कपिल अनुराधा कपिल सुनीता कपिल नीलम कपिल इशिका कपिल देव कपिल, रीता कपिल ,स्वर्ण कांता, जितेंद्र शर्मा, संतोष शर्मा राहुल कपिल मानसी दर्ष आदि उपस्थित रहे।