अवैध सम्बंधों व करोड़ों की सम्पत्ति हथियाने के इरादे से हुई यश की हत्या
हत्यारोपी चचेरा भाई गिरफ्तार, मृतक की मां के साथ थे अवैध सम्बंध
मृतक का फोन व खून से सनी टी शर्ट हत्यारोपी की निशानदेही से बरामद
कनखल पुलिस ने यश उर्फ कृष की हत्या का खुलासा करते हुए उसके चचेरे भाई को गिरफ्तार
किया है। जिसकी निशानदेही से पुलिस ने मृतक का आई फोन और खून से सनी टी शर्ट बरामद की है। पूछताछ के
दौरान हत्यारोपी चचेरे भाई ने खुलासा किया कि चाची से अवैध सम्बंध में रोड़ा बनने तथा करोड़ों की सम्पत्ति को
हथियाने के इरादे से यश की हत्या की। पुलिस ने हत्यारोपी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया।
जिसको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश करने की तैयारी की जा रही है। हत्या का खुलासा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक
प्रमेन्द्र डोबाल ने बुधवाार को मायापुर चौकी में पत्रकार वार्ता के दौरान किया।
उन्होंने बताया कि नये साल पर कनखल पुलिस ने बैंरागी कैम्प से सिर पत्थर से कुचला हुआ एक किशोर का शव
मिला था। जिसकी पहचान यश उर्फ कृष पुत्र स्वर्गीय जितेन्द्र उम्र 17 साल निवासी कनखल हरिद्वार के रूप में हुई थी।
मृतक की मां श्रीमती संयोगिता पत्नी स्वर्गीय जितेन्द्र की ओर से कनखल थाने में तहरीर देकर अज्ञात के खिलाफ
मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने हत्या का खुलासा करते हुए जल्द हत्यारो की गिरफ्तारी के निर्देश दिये गये थे। हत्या
के खुलासे के लिए उनके निर्देश पर पुलिस टीम गठित की गयी। पुलिस टीम घटना स्थल से लेकर आसपास लगे
सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया।
कप्तान ने बताया पुलिस को जांच में पता चला कि नववर्ष की पूर्व संध्या पर मृतक अपनी मां के कहने पर अपने चचेरे
भाई अमित कटारिया उर्फ खली के साथ कपड़े खरीदने के लिए शाम पांच बजे घर से निकाला था। लेकिन देर रात तक
यश घर नहीं लौटा, तो देर रात करीब 01 बजे अमित कटारिया मृतक की मां सयोगिता के मिस्सरपुर वाले घर पर
पहुंचा। संयोगिता ने अमित कटारिया से यश के घर नहीं पहुंचने के बारे में जानकारी मांगी। जिसपर उसने बोल कि
शायद वह अपने दोस्तों के साथ चिलम फुंकने गया होगा। जब यश की मां संयोगिता ने अमित कटारिया के जूते पर
लगे खून के धब्बे के बारे में पूछा तो उसने गुमराह किया कि पान की पिक है।
एसएसपी ने बताया कि नववर्ष की सुबह अमित कटारिया यश उर्फ कृष को खोजने का नाटक कर अपने एक परिचित
छोटू के साथ निकल गया। उसके द्वारा ही यश उर्फ कृष के शव को खोजकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया।
यश के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यश उर्फ कृष की मौत का खुलासा उसके गले में गला घोटने के निशान और सिर पर चोट
के निशान होने की पुष्टि हुई। जिसके बाद पुलिस टीम को मृतक के चचेरे भाई अमित कटारिया पर शक पैदा हो गया।
पुलिस। द्वारा उसपर निगाह रखी जाने लगी। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फूटेज के आधार पर अमित कटारिया को जगजीतपुर क्षेत्र से दबोच लिया। जिसकी निशानदेही से पुलिस ने मृतक का फोन और घटना वाले दिन पहनी खून से सनी टी शर्ट बरामद की।
उन्होंने बताया कि मृतक के चचेरे भाई अमित कटारिया ने खुलासा किया कि उसके मृतक की मां संयोगिता से अवैध
सम्बंध थे। जिनके रिश्तों के चर्चा मौहल्ले में होने लगी थे। जिसकारण चाची संयोेगिता ने एक मकान मिस्सरपुर में
पहले बनवाया हुआ था। इसलिए उन दोनो को मिलने में कोई दिक्कत नहीं होती थी। लेकिन यश उर्फ कृष अपनी मां
को उससे मिलने के लिए मना करता था। जिसकी जानकारी संयोगिता ने अमित कटारिया को दी थी। जिसके बाद उसने
अपने अवैघ सम्बंध में रोड़ा बने यश को अपने रास्ते हटाने तथा चाची की करोड़ों की सम्मत्ति हथियाने के इरादे से
उसने योजना तैयार की।
एसएसपी ने बताया कि अमित कटारिया अपनी योजना के तहत 31 दिसम्बर को यश को कपड़े खरीदने के लिए घर से
ले गया। इसके बाद अपने परिचितों राहुल और विशाल के साथ मिस्सपुर के आसपास चारों ने शराब पी। जिसके बाद
अमित कटारिया ने राहुल और विशाल को शाम करीब 7 बजे उनको वापस घर भेज दिया। उसके बाद यश को बैरागी कैंप के पास ले जाकर अमित ने फिर शराब पिलाई और जब यश उर्फ कृष नशे में हो गया तो पहले रस्सी से गला दबाकर
और फिर पर पत्थरों से वार कर हत्या कर दी।
उन्होंने बताया कि जिसके बाद अमित कटारिया ने शव और स्कूटी को बैरागी के पास ढलान में नीचे नदी की ओर
लुडका दी, ताकि घटनाक्रम को एक्सीडेंट का रूप दिया जा सके। घर लौटकर वह रात भर सोया नहीं और रात्रि में 1
बजे के आसपास वह मिस्सरपुर चला गया। हत्या करते वक्त उसके जूते व मौजों में खून के छीटें लग गए थे। पुलिस
ने हत्योपी अमित कटारिया उर्फ खली पुत्र अशोक कटारिया निवासी रविदास बस्ती थाना कनखल हरिद्वार केे खिलाफ
सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। जिसको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश करने की तैयारी की जा रही है।
