सिलिक्यारा टनल में अब तक लगभग 47 मी की ड्रिलिंग हो चुकी है ऑगर मशीन में तकनीकी खराबी आ जाने के कारण फिलहाल ड्रिलिंग का कार्य रुका हुआ है। ज्ञात रहे सिलक्यारा में टनल का कार्य चल रहा था और मलबा गिरने से 41 मजदूर 13 दिन से सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं और उन्हें निकालने का कार्य चल रहा है मुख्यमंत्री उस कार्य की निगरानी के लिए उत्तरकाशी में ही कैंप कर रहे हैं ड्रिलिंग में पहले भी समस्या आई थी जिसका समाधान किया गया है फिलहाल रात भर मशीन को रिपेयर करने का कार्य चला। उधर सुरंग बनाने के दौरान हटाया गया बाबा बौख नाथ मंदिर को पुनर्स्थापित किया गया है दुआओं का दौर जारी है
।सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन के संबंध में आज अस्थाई मीडिया सेंटर, सिलक्यारा में प्रेस ब्रीफिंग की गई।सचिव, उत्तराखण्ड शासन डॉ. नीरज खैरवाल ने बताया कि ऑगर मशीन से ड्रिलिंग शुरू करते हुए कुल 45 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी कर ली गई थी। 45 मीटर से आगे की ड्रिलिंग के बाद धातु के टुकड़े (सरिया) के मशीन में फसने से ड्रिलिंग में बाधा सामने आ खड़ी हुई थी।
उन्होंने बताया कि देर रात श्रमिक प्रदीप यादव एवं बलविंदर द्वारा पाइप के मुहाने पर फंसे धातु के टुकड़ों को पाइप के अंदर रेंगकर काट दिया गया है। सचिव डॉ.खैरवाल ने बताया कि आगे का कार्य भी पूरी सावधानी के साथ किया जा रहा है। पुनः ऑगर मशीन से स्थापित कर ड्रिलिंग शुरु करते हुए 1.8 मीटर अतिरिक्त ड्रिलिंग की गई है। उन्होंने कहा पूरी सावधानी बरतते हुए तेजी से ड्रिलिंग करना हमारी प्राथमिकता है।
इस दौरान एम.डी (एनएचआईडीसीएल ) महमूद अहमद, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी मौजूद रहे।