प्रेस की स्वतंत्रता और पत्रकारिता में नैतिकता के प्रतीक के रूप में मनाये जाने वाले प्रेस दिवस के अवसर पर बृहस्पतिवार को हरिद्वार प्रेस क्लब के सभागर में कृत्रिम मेघा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के युग में मीडिया विषय परएक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
वरिष्ठ पत्रकार ललितेन्द्र नाथ ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह युग डिजीटल क्रान्ति का युग है । आज प्रत्येक क्षेत्र-शिक्षा,उद्योग, प्रिण्ट मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया आदि में डिजिटल का उपयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही इलेक्ट्रानिक मीडिया के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वीडियो सम्पादन, स्क्रिप्ट लेखन आदि में सहायता कर रहा है तथा अब हर क्षेत्र में इसका निरन्तर प्रयोग हो रहा है।
त्रिलोक चन्द्र भट्ट वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार ने कृत्रिम मेघा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के युग में मीडिया पर अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि समय-समय पर नई-नई तकनीक हमारे सामने आती रहती है, जो कुछ मायने में हमारी मददगार बनती है, तो कुछ मायने में उसके नुकसान भी सामने आते रहते हैं। अतः हमें इन सभी का सन्तुलन बनाते हुये सही दिशा में प्रत्येक तकनीक का उपयोग करना चाहिये।
वरिष्ठ पत्रकार एम०एस० नवाज ने कृत्रिम मेघा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के युग में मीडिया पर पड़ने वाले प्रभाव पर प्रकाश डालते हुये कहा कि मीडिया के क्षेत्र में इस तकनीक का प्रयोग काफी उपयोगी साबित होगा। इसकी वजह से नये-नये रोजगार का सृजन होगा। इसके साथ ही उन्होंने इसके दुरूपयोग की भी आशंका व्यक्त की तथा कहा कि इस पर सन्तुलन बनाते हुये नजर रखने की आवश्कता होगी ताकि इसका दुरूपयोग न किया जा सके।
गोष्ठी में जिला सूचना अधिकारी प्रमोद चन्द्र तिवारी, प्रेस क्लब अध्यक्ष रामचंद्र कनौजिया, पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार श्रवण कुमार झा,वरिष्ठ पत्रकार रत्नमणि डोभाल, पत्रकार मनोज खन्ना, विक्रम छाछर, हिमांशु द्विवेदी आदि ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार मुदित अग्रवाल, बालकृष्ण शास्त्री, शिव कुमार शर्मा, सुरेंद्र बोकाडिया, सुमित यश कल्याण, राजकुमार पाल, संदीप शर्मा, तनवीर अली, अम्बरीश कुमार, नरेश दिवान शेली, जितेंद्र कोरी, राधेश्याम सहित बड़ी संख्या में पत्रकारगण उपस्थित थे।
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