विश्व मधुमेह दिवस पर गोष्ठी कर बताए मधुमेह के लक्षण और बचाव जागरूकता और खान पान ,व्यायाम है सरल बचाव।
आज मंगलवार को जिला चिकित्सालय हरिद्वार प्रांगण में विश्व मधुमेह दिवस पर गोष्ठी का आयोजन कर जनजागरूकता के लिये प्रचार प्रसार किया गया । इस अवसर पर जनजागरूकता,इसका उपचार, बचाव के लिए के लिए गोष्ठी कर जागरूक किया गया।
फिजिशियन डा स्वाति वर्मा ने कहा कि मधुमेह जीवन पर्यन्त चलने वाली और तेजी से फैलने वाली बीमारी है यह बीमारी चार भागों में बांटी गई है टाइप-1टाइप-2 ,pre daibtic, Gesbational DM इस बीमारी के कारण ज्यादा वजन, स्ट्रेस, यूरिनल इन्फेकशन एल्कोहल,इत्यादि है इसलिये संतुलित आहार और व्यायाम जरूरी है।
प्रमुख अधीक्षक डा सी पी त्रिपाठी, वरिष्ठ सर्जन डा वशिष्ठ एवं डा विकास दीप ने कहा कि मधुमेह का मूल कारण है कि हम सब प्राकृतिक रूप से जो अनाज हमे जमीन से अंकुरित होने वाले पोष्टिक आहार को भूलकर पिज्जा, बर्गर, पास्ता, इन चीजों का सेवन ज्यादा करने लगे हैं ,मधुमेह रोगी को अपने पैरों का ध्यान ज्यादा रखना चाहिए क्योंकि मधुमेह के कारण हमारी नसें कमजोर होने के कारण पैरों के नीचे चोट लगने का एहसास ही नहीं होता है अगर शुगर बढ़ी हुई है तो यह भयानक रूप ले सकता है हम व्यायाम, घूमना तो भूल चुके हैं योग हमसे होता नही हैइसलियेहमारा आलसीपन,और स्ट्रेस मधुमेह को बढ़ा रहा है,।
वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा शशिकांत वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डा एस के सोनी डा सुब्रत अरोड़ा, वरिष्ठ विशेषज्ञ डा निष्ठा गुलाटी ने कहा कि बच्चों में टाइप -1डायबीटिक माँ को अगर है तो बच्चो में पाई जाती है और बच्चे का वजन भी ज्यादा होता है डायबीटिक होने से रेटिनोपैथी आखों में इसका असर पड़ता है इसलिये जो मधुमेह से ग्रसित है उन्हें हर वर्ष अपनी आंखों का पूरा चेकअप कराना चाहिए इस मे लापरवाही घातक हो सकती है गोष्ठी की अध्यक्षता डा सी पी त्रिपाठी और संचालन दिनेश लखेडा ने किया।
गोष्ठी में , डा वशिष्ठ, डा शशिकांत, डा रामप्रकाश, डा संजय त्यागी, डा उषा बिष्ठ, डा स्वाति वर्मा, डा निष्ठा गुलाटी,डा सुब्रत अरोड़ा, डा एस के सोनी, डा शिवम पाठक मनोरमा ,सुषमा,डी०पी०बहुगुणा, पी सी रतूड़ी,धीरेंद्र सिंह,विपिन रावत, , के एम जोसेफ, नेहा, मिथलेश,सी एम ओ कार्यालय से राणा जी, दीपाली,राहुल यादव, मनोज, राजेश पन्त, राजन बडोनी,विनोद तिवारी,मंजू शर्मा,प्रदीप मौर्य, अमित,लालखान,आलोक,आदर्श मणि, नीतीश शर्मा अजीत रतूड़ी, भानु प्रताप,वासुदेव न्यूली,दया लाल,सुखपाल सैनी, सुरेश, पदम, आयुर्वेदिक इन्टर्नस, फार्मेसी इन्टर्नस के साथ साथ भर्ती रोगियों के तीमारदार, में शामिल रहे।