बसंत भवन स्थित दुकानों की प्रस्तावित नीलामी को नगर निगम द्वारा स्थगित किए जाने पर प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल ने आज होटल मोतीवाला, हर की पौड़ी में बैठक कर इसे व्यापारियों की एकता और निरंतर संघर्ष की निर्णायक जीत बताया।
बैठक में व्यापार मंडल पदाधिकारियों ने संघर्ष की अग्रिम पंक्ति में भूमिका निभाने के लिए अनुज गुप्ता का सम्मान कर स्वागत किया और कहा कि स्थानीय व्यापारियों की आवाज़ को प्रशासन तक मजबूती से पहुँचाने का श्रेय अनुज गुप्ता और प्रभावित व्यापारियों को जाता है।
अनुज गुप्ता ने कहा कि नीलामी स्थगन के बाद निगम को अब संपूर्ण मामले का पुनर्विचार करना चाहिए और पूर्व किरायेदार व्यापारियों तथा स्थानीय जनता के हितों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
प्रदेश उपाध्यक्ष शिवकुमार कश्यप और जिला अध्यक्ष विशाल गर्ग ने कहा _
“नीलामी स्थगित होने का निर्णय सिद्ध करता है कि यदि व्यापारी एकजुट होकर खड़े हों तो किसी भी गलत नीति को रोका जा सकता है। बसंत भवन के पुराने किरायेदारों के साथ न्याय हमारी पहली प्राथमिकता है।”
प्रदेश सचिव मयंक मूर्ति भट्ट वा जिला महामंत्री अश्विनी मोतीवाला ने कहा क
“निगम की नीलामी प्रक्रिया में कई गंभीर तकनीकी व कानूनी त्रुटियाँ थीं। व्यापारी समाज ने जो आवाज़ उठाई, वह पूरी तरह उचित थी। हम आगे भी हर स्तर पर व्यापारियों की सुरक्षा के लिए खड़े रहेंगे।”
तहसील अधाक्ष पं० अधीर कौशिक एवं शहर अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने कहाँ की “अनुज गुप्ता ने जिस साहस से मुद्दा उठाया, वह प्रशंसनीय है। उनकी सक्रियता ने पूरे मामले को राज्य स्तर तक पहुँचाया। हम उनके प्रयासों का सम्मान करते हैं।”
तहसील महामंत्री आदेश मारवाणी वा शहर महामंत्री विमल सक्सेना ने कहा कि
“बसंत भवन का मुद्दा सिर्फ व्यापारियों का नहीं, बल्कि क्षेत्र के सामाजिक व आर्थिक संतुलन का मुद्दा है। निगम को बिना जनमत के कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए।” हरकी पौड़ी ईकाई के अध्यक्ष सर्वेश्वर मूर्ति भट्ट ने कहाँ की“अब समय आ गया है कि निगम सभी पुराने दस्तावेज़ों—वसीयत, समझौते, कोर्ट ऑर्डर—को देखते हुए स्थायी समाधान दे। नीलामी स्थगन के बाद किरायेदारों के पुनः आवंटन की दिशा में कदम उठना चाहिए।”
स्वागत करने वालो में अनय अरोड़ा , मनोज सिरोही,ललित कुमार , राजाराम, दिपक प्रजापति, अनिल कुमार आदि व्यापारी उपस्थित थे।

