भूपतवाला क्षेत्र में चल रहे सीवर पाइप लाइन निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितताएं,
प्रशासनिक लापरवाही एवं ठेकेदार की मनमानी और विभागों में तालमेल की कमी के चलते स्थानीय जनता को हो रही भारी परेशानी।
कार्य स्थल पर निरीक्षण के दौरान पार्षद महावीर वशिष्ठ ने कहा कि शहर के विकास के लिए बनाई जा रही योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं विभागों में तालमेल का अभाव है जिससे जनता बूंद बूंद पानी को तरस गई।व्यापारी नेता अनूज गुप्ता ने कहा कि बिना किसी सक्षम शासकीय अधिकारी की उपस्थिति के खुदाई कार्य कराया जा रहा है, जो नियमों का खुला उल्लंघन है।
निर्माण कार्य के कारण क्षेत्र की मुख्य जलापूर्ति लाइनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है, जिससे सैकड़ों परिवारों को पीने के पानी के गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है। मौके पर केवल एक निजी व्यक्ति “रोहित” नामक व्यक्ति उपस्थित था, जो स्वयं को ठेकेदार कंपनी का प्रतिनिधि बता रहा था, परंतु वह किसी भी प्रकार की वैधानिक जानकारी या संतोषजनक उत्तर देने में असमर्थ रहा।तुषार कपिल ने कार्य योजना की जानकारी मांगी तो वहां उपस्थित ठेकेदार बगले झांकने लगा । सबसे चिंताजनक बात यह है कि कार्य स्थल पर न तो कोई साइन बोर्ड लगाया गया है, न ही रूट डायवर्जन की कोई व्यवस्था की गई है, जिससे आम जनता, व्यापारियों, बुजुर्गों एवं राहगीरों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। नजदीक ही तीन से चार विद्यालय स्थित हैं, जिनमें पढ़ने वाले बच्चों को स्कूल आते-जाते समय अत्यधिक जोखिम और कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यह स्थिति किसी भी बड़े हादसे को न्योता दे सकती है।प्रारंभिक अवलोकन से यह भी प्रतीत होता है कि कार्य में लगे मजदूर एवं कार्यकर्ता तकनीकी रूप से प्रशिक्षित (नो-स्किल्ड) नहीं हैं, जिससे निर्माण की गुणवत्ता, सुरक्षा और भविष्य में होने वाले खतरे को लेकर गंभीर आशंकाएं उत्पन्न हो रही हैं।व्यापारी नेता अनुज गुप्ता ने बताया कि इस मामले को लेकर पूर्व में ही दिनांक 06/11/2025 को जिलाधिकारी महोदय, हरिद्वार को लिखित शिकायत पत्र भेजा जा चुका है, किंतु उसके बावजूद आज तक कोई ठोस कार्यवाही धरातल पर दिखाई नहीं दे रही है, जिससे जनता में भारी रोष व्याप्त है। मौके पर क्षेत्रवासी एडतोकेट नितिन शर्मा,सुभाष कपिल, तुषार कपिल,नीरज पाल, सन्दीप जाट, राजेश आदि व्यापारी एवं क्षेत्रवासी उपस्थित थे।


