कांवड़ यात्रा के द्वितीय चरण के शुरू होते ही श्रीनीलकंठ महादेव मंदिर में उमड़ रहा है श्रद्धालुओं का जनसैलाब, पौड़ी पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था बना रही है।

kotdwar Police कांवड़ यात्रा

कांवड़ यात्रा के द्वितीय_चरण शुरू होते ही श्रीनीलकंठ महादेव मंदिर में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब। पौड़ी पुलिस ने पैदल और वाहनों से आने वाले शिव भक्तों के लिए ट्रैफिक जारी किया।


मंदिर परिसर से लेकर पैदल मार्गों तक, “बोल बम” की गूंज और आस्था की लगी कतारें। एक दिन पहले तक 21 लाख से अधिक भक्त पहुंचे हैं महादेव के दरबार में।

कांवड़ यात्रा के द्वितीय चरण शुरू होते ही आज श्री नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर और उससे जुड़े सड़क/पैदल मार्गों पर श्रद्धा का अप्रतिम दृश्य देखने को मिला। कांवड़ यात्रा पर विभिन्न जनपदों के कोने-कोने से आए हज़ारों शिवभक्तों का जनसैलाब नीलकंठ की पावन भूमि पर उमड़ पड़ा। इस दौरान मंदिर प्रांगण से लेकर पैदल रास्तों, वैकल्पिक मार्गों और पहाड़ी रास्तों तक हर ओर शिवभक्तों का  उमड़ रहा भक्तों का सैलाब नजर आ रहा है। सभी श्रद्धालु “बोल बम” के जयकारों के साथ कतारबद्ध होकर महादेव के दिव्य दर्शन की प्रतीक्षा में डटे रहने के साथ ही पैदल मार्गों पर लहराते भगवे ध्वज, कंधों पर झूमती कांवड़, और श्रद्धा में लीन कांवड़ियों के चेहरों ने सम्पूर्ण वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।



इस दौरान पुलिस बल और प्रशासन द्वारा भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा, स्वास्थ्य और यातायात के लिए चौकस व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को बिना किसी असुविधा के कुशलता पूर्वक दर्शन कराने के पश्चात उनके गंतव्यों की और भेजा जा रहा है।

इस विशाल भीड़ को नियमित चलाने हेतु पौड़ी पुलिस के जवन कांवड़ यात्रा जैसे विशाल आयोजन को शांतिपूर्वक एवं सुरक्षित सम्पन्न कराने हेतु वे प्रतिबद्ध हैं।
कांवड़ यात्रा के द्वितीय_चरण (डाक कांवड़) हेतु लक्ष्मणझूला नीलकंठ मेला क्षेत्र का यातायात प्लान लागू किया गया है।

श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु नीलकंठ कांवड़ यात्रा में वन-वे ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है।

नीलकंठ कांवड़ मेला क्षेत्र में यातायात हेतु वन- वे सिस्टम पूर्णतः लागू किया जा चुका है।

नीलकंठ मंदिर में आने वाले दोपहिया व चौपहिया वाहन ऋषिकेश, तपोवन, ब्रह्मपुरी होते हुए आरटीओ चेक पोस्ट तिराहा से गरूड़ चट्टी,मोहन चट्टी ,पीपलकोटी होते हुए जिला परिषद् बैरियर के आस पास बनी पार्किंग में अपने वाहनों को पार्क करेगें तत्पश्चात पैदल नीलकंठ मंदिर में दर्शन हेतु जाएगें।

नीलकंठ मंदिर में दर्शन के बाद सभी श्रद्धालुओं के वाहन वापसी के लिए जिला परिषद् पार्किंग से पीपलकोटी होते हुए गरूड़ चट्टी पहुंचेगें तत्पश्चात हिल बाईपास,बैराज बाईपास से होते हुए बैराज से ऋषिकेश की ओर या वाया चीला होते हुए हरिद्वार की ओर जाएंगे।

पैदल मार्ग पर यात्रा करने वाले श्रद्धालु जानकी पुल व रामझूला से बाघखाला,मौनी बाबा आश्रम,पुण्डरासू होते हुए मंदिर में प्रवेश करेंगे तथा वापसी हेतु इसी मार्ग का प्रयोग कर जानकी पुल से ऋषिकेश की ओर जाएंगें। अत्यधिक भीड़ होने पर जानकी पुल से केवल पैदल चलने वाले श्रद्धालुओं की वापसी होगी प्रवेश नहीं।
जानकी पुल से स्थानीय पास धारक,स्कूली बच्चे,असहाय व्यक्तियों, बीमार आदि लोगों के दुपहिया वाहनों को ही प्रवेश दिया जा रहा है।

यातायात प्लान को सुचारू रखने में पुलिस व प्रशासन ने श्रद्धालुओं का सहयोग मांगा है।

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