सबसे ज्यादा यूज होने वाली प्लास्टिक चटाई , प्लास्टिक कैन, एवं पूजा समाग्री में यूज प्लास्टिक हरिद्वार शहर मुख्य मंदिरों विशेषकर हरकी पोड़ी के आस पास की जाए पूर्ण रूप से प्रतिबंधित । मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार जिला अधिकारी को पत्र लिख कावड़ मेले में हरकी पोड़ी के आस पास प्रदूषण , गंदगी का मुख्य कारक प्लास्टिक को किया जाए बैन। महानगर व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष सुनील सेठी ने प्रदूषण सहित कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारक, वन्य जीवों से लेकर पालतू जानवरों मनुष्यों के लिए घातक प्लास्टिक को हरकी पोड़ी के आस पास विशेषकर बैन करने की मांग की जिसमें मुख्य रूप से प्लास्टिक की कैन, प्लास्टिक की चटाई रूपी पन्नी, रेनकोट , सहित प्लास्टिक पूजा प्रसाद सामग्री है जिससे मां गंगा प्रदूषित होती है घाटों पर गन्दगी का अंबार जमा होता है प्रदूषण फैलता है सफाई व्यवस्था में बाधा उत्पन्न होती है पिछले कई वर्ष पूर्व कोर्ट द्वारा भी इन प्लास्टिक वस्तुओं पर बैन का संज्ञान लिया था समय समय पर प्लास्टिक बैन को सिस्टम द्वारा अभियान भी चलाए जाते रहे लेकिन कार्य धरातल पर उतरा नहीं जबकि कई राज्यों में जिसमें लैंसडौन , काशी विश्वनाथ, मां वैष्णो देवी सहित कई मंदिरों में प्लास्टिक पूर्ण बैन है आगामी कावड़ यात्रा पर प्लास्टिक से बहुत ज्यादा गंदगी प्रदूषण फैलता है गंगा मैया प्रदूषित होती है इसलिए इन वस्तुओं को पूर्ण प्रतिबंध करना चाहिए। मांग करने वालो में मुख्य रूप से भूदेव शर्मा, प्रीत कमल, सोनू चौधरी, महेश जोशी, राकेश सिंह, रवि बांगा, पंकज अरोड़ा, सुनील मनोचा, एस के सैनी, राजू जोशी, लाल जी यादव रहे।
