उत्तराखंड में  विद्युत उपभोक्ताओं को लगेगा बिजली का तगड़ा करंट , सरकार ने कहा वृद्धि मामूली है

उत्तराखंड प्रशासन

उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने विभिन्न वर्ग के लिए बिजली के दामों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। इसमें फिक्स चार्ज की बढ़ोतरी नहीं की गई है लेकिन प्रति यूनिट बिजली के दाम करीब 33 पैसे तक बढ़ाए गए है।यूपीसीएल ने 12.01% की विद्युत टैरिफ वृद्धि का प्रस्ताव रखा था, लेकिन उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने 5.62% तक की वृद्धि की है।घरेलू और व्यावसायिक समेत विभिन्न वर्ग के उपभोक्ताओं के लिए नई दरों की घोषणा की है। आयोग ने पिछले साल के टैरिफ के लिहाज से घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 33 पैसे की दर से वृद्धि की है, इसी तरह व्यवसायिक उपभोक्ताओं के लिए 42 पैसे की वृद्धि की गई है। छोटी इंडस्ट्री के लिए 36 पैसे और बड़ी इंडस्ट्री के लिए 46 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। उधर इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन में 65 पैसे की बढ़ोतरी सुनिश्चित की गई है।

प्रदेश में उपभोक्ताओं द्वारा बिजली उपयोग के लिहाज से बिजली बढ़ोतरी की दरों को देखें तो जीरो से 100 यूनिट तक उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के लिए अब 25 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह 101 से 200 यूनिट तक उपयोग करने वालों को अब प्रति यूनिट 35 पैसे अधिक देने होंगे। 201 यूनिट से 400 यूनिट के उपयोग वाले उपभोक्ताओं के लिए 45 पैसे की वृद्धि की गई है। जबकि 400 यूनिट से अधिक उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के लिए 45 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हुई है।

एक तरफ जहां आयोग ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली के दाम बढ़े हैं तो वहीं उच्च हिमालय क्षेत्र में रहने वाले उपभोक्ताओं को भी महंगाई का झटका दिया है। हिमालय क्षेत्र में रहने वाले उपभोक्ताओं के लिए करीब 10 पैसे प्रति यूनिट बिजली दर में बढ़ोतरी की गई है।

सरकारी और शैक्षणिक संस्थाओं के साथ चिकित्सालयों के लिए 25 किलोवाट तक उपयोग करने पर 30 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है। 25 किलोवाट से अधिक उपयोग करने पर 35 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हुई है।

व्यवसायिक उपभोक्ताओं के लिए भी बिजली के दाम बड़े हैं हालांकि यहां भी फिक्स चार्ज नहीं बढ़ाया गया है लेकिन 4 किलोवाट तक उपयोग करने वाले व्यावसायिक उपभोक्ताओं के लिए 35 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। 25 किलो वाट तक का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के लिए 40 पैसे की बढ़ोतरी की गई है।

आयोग ने फिक्स चार्ज के रूप में केवल उन बड़े उद्योगों पर बोझ बढ़ाया है जो आम किसान के रूप में अब तक लाभ ले रहे थे। ऐसे कृषि उत्पादों से जुड़े उद्योगों को फिक्स चार्ज के रूप में अब 75 रुपए से ₹100 तक का फिक्स चार्ज देना होगा। छोटी इंडस्ट्री के लिए भी बिजली के दाम बढ़ाए गए हैं, ऐसी इंडस्ट्री पर 35 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। बड़े उद्योगों के रूप में बिजली का उपयोग कर रहे उपभोक्ताओं के लिए 45 पैसे की बढ़ोतरी की गई है।

नए चार्ज इस प्रकार हैं-

100 यूनिट तक 3.40 रुपए से बढ़कर 3.65 रुपए

101-200 यूनिट तक 4.90 रुपए से बढ़कर 5.25 रुपए

201-400 यूनिट तक 6.70 रुपए से बढ़कर 7.15 रुपए

400 यूनिट से ऊपर 7.35 से बढ़कर 7.80 रुपए।
लेकिन सरकार द्वारा इसे मामूली वृद्धि बताया गया है और अन्य राज्यों की तुलना में उत्तराखंड में विद्युत मूल्य सस्ता बताया गया है।
बताते चलें कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए यूपीसीएल ने 12.01% की विद्युत टैरिफ वृद्धि का प्रस्ताव रखा था, परन्तु उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने मात्र 5.62% की वृद्धि को स्वीकृति दी। इस वृद्धि में यूजेवीएनएल और पिटकुल को गत वर्षों की बकाया धनराशि के आधार पर 5.52% की स्वीकृत राशि भी शामिल है। इस प्रकार यूपीसीएल को केवल 0.10% की वास्तविक वृद्धि मिली है।
अन्य राज्यों की तुलना में उत्तराखण्ड (2025-26) में लागू विद्युत दरें अभी भी कम है। घरेलू श्रेणी: उत्तराखण्ड ₹6.16 प्रति यूनिट, हिमाचल प्रदेश ₹6.33 प्रति यूनिट, मध्य प्रदेश ₹6.71 प्रति यूनिट, उत्तर प्रदेश ₹6.71 प्रति यूनिट, राजस्थान ₹8.42 प्रति यूनिट, बिहार: ₹8.62 प्रति यूनिट, महाराष्ट्र ₹9.47 प्रति यूनिट। आयोग द्वारा कृषि श्रेणी (आरटीएस 4 ए) के अलावा अन्य सभी श्रेणी के डिमांड /फिक्स चार्जेज में कोई वृद्धि अनुमन्य नहीं की गई है। बीपीएल श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिये मात्र ₹0.10 प्रति यूनिट की वृद्धि अनुमन्य की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.