कांग्रेसी नेत्री आयुषी टंडन ने पुलिस प्रशासन से धर्मनगरी को पूर्ण नशा मुक्त करने की मांग की है। प्रैस को जारी बयान में आयुषी टंडन ने कहा कि कहा कि धर्मनगरी हरिद्वार पूर्ण रूप से नशा मुक्ति होनी चाहिए। नशे की लत के कारण युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है। शहर के कई परिवार नशे का दंश झेल रहे हैं। नशे के कारण अपराध बढ़ते हैं। नशा बुराइयों की जड़ और समाज के लिए अभिशाप है। नशे को समाप्त करने के लिए पुलिस प्रशासन को कठोर कदम उठाने चाहिए। आयुषी टंडन ने कहा कि पुलिस प्रशासन बाहर से आने वाले नशे के कारोबारियों पर कार्यवाही कर रहा है। लेकिन स्थानीय स्तर पर नशे का धंधा करने वाले कारोबारियों पर भी नकेल कसी जानी चाहिए। जनहित में शराब, सुल्फा, गांजा, स्मैक एवं अन्य नशे के पदार्थो की बिक्री पर पूर्ण रूप से रोक लगनी चाहिए। शहर की कई पॉश कालोनियों सहित कई स्थानों पर शाम ढलते ही नशे का कारोबार शुरू हो जाता है। पुलिस प्रशासन को ऐसे स्थानों को चिन्हित कर कार्रवाई करनी चाहिए। आयुषी टंडन ने कहा कि धर्मनगरी की मान मर्यादाओं को बचाना है तो नशा पूरी तरह से समाप्त होना चाहिए। नशे के कारण असामाजिक तत्वों के जगह-जगह जमावड़े से महिलाएं अपने आपको असुरक्षित महसूस करती हैं। आयुषी टंडन ने कहा कि जल्द ही धर्मनगरी के विभिन्न मोहल्लों में नशे के प्रति जनचेतना अभियान चलाया जाएगा। नशे के कारोबार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
