शहीदों के सपनों का राज्य बने उत्तराखंड– सतीश जोशी
स्थानीय हरिद्वार में गोविंद घाट पर उत्तराखंड राज्य संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में राज्य आंदोलनकारियों ने मुजफ्फरनगर तिराहे पर हुए गोलीकांड के शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सतीश जोशी की अध्यक्षता एवं डॉ० हरिनारायण जोशी अंजान के संचालन में श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने सरकार पर राज्य आंदोलनकारियों की उपेक्षा का भी आरोप लगाया।
अपने अध्यक्षीय भाषण में सतीश जोशी ने कहा कि चाहे हमें और कितने ही वर्षों तक संघर्ष करना पड़े किंतु हमारा लक्ष्य उत्तराखंड राज्य निर्माण शहीदों के सपनों का राज्य बनाना है। राज्य निर्माण से लेकर और अब तक की सरकारों के प्रति रोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक भी राज्य निर्माणकर्तीशक्तियां न्याय की बाट जोह रहे हैं। किंतु सरकारें केवल सत्ता का आनंद लेने में व्यस्त और मस्त हैं। लेकिन राज्य आंदोलनकारी दोषियों को सजा दिलाने और शहीदों के सपने का उत्तराखंड बनाने के लिए सदैव संघर्षरत रहेंगे। उन्होंने आह्वान किया कि राज्य आंदोलनकारियों को राज्य के विकास के लिए भी सदैव अपनी भागीदारी के लिए तत्पर रहना चाहिए।
उपाध्यक्ष जगत सिंह रावत ने अपनी श्रद्धांजलि में कहा कि यह प्रदेश राज्य निर्माणकारी शहीदों का सदा सदा ऋणी है और आज जो कुछ भी राज्य प्रगति कर रहा है, यह सब उन शहीदों के त्याग और बलिदान के फलस्वरूप है। श्रीमती विजय जोशी और सुषमा कोटनाला ने उत्तराखंड राज्य की समृद्धि के लिए सदैव सतत रूप से अपना योगदान देते रहने का आह्वान किया। डीएन जुयाल, अजब सिंह चौहान, तेज सिंह रावत ने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था और लगातार होते जा रहे पलायन पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा की नियोजन के अभाव में ही पलायन के लिए लोग विवश है।
वक्ताओं ने अंकिता भंडारी को भी अभी तक न्याय न मिलने पर अपना रोष व्यक्त किया। श्रद्धांजलि सभा में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि देते बइषय पर वक्ताओं ने इस बात पर क्षोब व्यक्त किया की 2 अक्टूबर 1994 जो अहिंसा और शांति का दिन कहा जाता है उसी दिन सरकार ने सरकार ने निहत्ते आंदोलनकारियों पर गोली चलाने के आदेश दिए। जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण था। श्रद्धांजलि सभा में 2 मिनट का मौन रखकर आंदोलनकारी शहीदों की आत्मा की शांति के लिए भी मां गंगा और ईश्वर से प्रार्थना की गई।
श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में जसवंत सिंह बिष्ट, के पी काला, दिनेश जोशी, भोपाल सिंह बिष्ट, डॉ विजेंद्र दत्त चमोली, हुकुम सिंह रावत,सुरेंद्र प्रसाद बौठियाल,शिवराम पुरी,गोदांबरी रावत,मंगली देवी रावत,अंजू उप्रेती, कमल नेगी,विमला रावत,महीपत सिंह नेगी,सरोजिनी जोशी,जगमोहन सिंह नेगी,विजयपाल सिंह, रणजीत सिंह रावत,हरीश शर्मा,रोहित प्रताप सिंह,ललित मोहन जोशी,श्रीमती विजय जोशी,आनंदमणि नौटियाल,मधुबाला रतूड़ी,लीला नेगी,अजब सिंह चौहान,प्रताप सिंह थपलियाल शिवप्रसाद बलोदी, जे पी बड़ाकोटी,भूपेंद्र भट्ट,शोभा पटवाल,सुष्मिता नैथानी,अनिल सती,पुष्पा देवी चौहान,विष्णु दत्त सेमवाल,तेज सिंह रावत, बी पी काला, हरिश्चंद्र मैठाणी, पं०शीर्षराम शर्मा, प्रेम सिंह रावत,अनिल पटवाल,गंगा दत्त शर्मा, गोपाल दत्त जोशी,गिरीश चंद्र सुन्दरियाल,डी वी थपलियाल,के एस गुसाईं, विमल गुसाईं, विनोद शर्मा, डॉ एम एल, मदन मोहन सिलस्वाल, गिरीश घिल्डियाल, कामरेड एस वर्मा, जगदीश सिंह रावत, शशि भूषण घिल्डियाल, देवेश्वरी घिल्डियाल,महावीर सिंह रावत,भुवनेश्वरी भट्ट,दिनेश कुमार भट्ट, शरद ध्यानी,घनश्याम मिश्रा, के के नैथानी, एम सी काला,डी के घिल्डियाल आदि लोग उपस्थित थे।