प्रयागराज महाकुंभ में बड़ा हादसा हो गया है। मंगलवार -बुधवार की रात को संगम घाट पर भगदड़ मच गई। इस घटना में कई लोगों की मौत की सूचना है। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं।कई लोग दबे हैं। बताया जा रहा है कि यह हादसा अत्यधिक भीड़ के चलते हुआ। अचानक मची भगदड़ से किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। अब सुबह तक स्थिति को कंट्रोल में कर लिया गया है और स्नान जारी है अखाड़े ने अपना स्नान स्थगित कर दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री योगी से घटना की जानकारी भी ली है और हर तरह से मदद का आश्वासन दिया है।
महाकुंभ के अस्पताल में घायलों को लेकर आने वाली एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है। राहत और बचाव कार्य में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अफवाह के कारण भगदड़ हुई इसमें कई श्रद्धालुओं की मौत हुई है। 50 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं। प्रशासन ने अभी आंकड़े जारी नहीं किए हैं।सभी घायलों को महाकुंभ नगर के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भारी भीड़ के चलते अखाड़ों ने स्नान रोका मौनी अमावस्या पर होने वाले अमृत स्नान को भारी भीड़ के चलते शैव अखाड़ों ने रोक दिया है। महानिर्वाणी और निरंजनी अखाड़े के साधु संत एवं नागा संन्यासी स्नान को नहीं निकले। हजारों की संख्या में नागा संन्यासी छावनी में ही मौजूद हैं। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी का कहना है कि अखाड़े का अमृत स्नान रद्द कर दिया गया है उन्होंने कहा भारी भीड़ और भगदड़ के चलते स्नान को रोका गया है। स्नान को निरस्त कर दिया जाएगा।
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के लिए मंगलवार सुबह से ही श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा हुआ था। दोपहर में बेकाबू भीड़ ने कई स्थानों की बैरिकेडिंग भी तोड़ी। रात में स्नान शुरू होने के बाद संगम में भीड़ अधिक बढ़ गई। संगम तट और उसके आसपास लाखों श्रद्धालु जमा हो गए। अखाड़ों के लिए बनाई गई बैरिकेडिंग भी कुछ स्नानार्थियों ने तोड़ने का प्रयास किया। जिसको जहां से जगह मिलती उधर ही चला जाता। आधी रात के बाद स्नानार्थियों की भीड़ संगम तट के करीब ठहर गई, जिससे स्थिति बिगड़ने लगी।
रात करीब दो बजे स्थिति नियंत्रण से बाहर हुई तो भगदड़ मच गई। इधर-उधर भागती भीड़ में जो नीचे गिर पड़ा वह उठ नहीं सका। जिसने भागने का प्रयास किया वह भी दब गया। बता दें महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान है, जिसके चलते हर तरफ श्रद्धालु ही दिखाई दे रहे हैं। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने की संभावना है। इससे ठीक, एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। मेला क्षेत्र और शहर में साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच गए। सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं। अब सुबह तक स्थिति नियंत्रण में आ गई है और महाकुंभ का स्नान जारी है। संतों ने श्रद्धालुओं से अपील की है त्रिवेणी पर स्नान का आग्रह छोड़कर जहां गंगा तट मिलता है वही स्नान कर ले।