श्री शिव महा पुराण कथा के द्वितीय दिवस कथा व्यास उमेश चंद्र शास्त्री महाराज ने शिवपुराण की कथा के स्थान चयन के बारे में बताया।

धार्मिक हरिद्वार

श्री सनातन ज्ञान पीठ शिव मंदिर सेक्टर 1 समिति द्वारा आयोजित श्री शिव महा पुराण कथा के द्वितीय दिवस की कथा का शुभारंभ करते हुए परम पूज्य उमेश चंद्र शास्त्री महाराज ने बताया कि शिव की पूजा करके कुछ भी प्राप्त किया जा सकता है बस केवल समर्पण भाव की आवश्यकता पड़ती है शिवपुराण की कथा के स्थान चयन के बारे में बताया कि कथा को यदि घर पर किया जाता है तो उसका फल 10 गुना में प्राप्त होता है और यदि इसको किसी नदी के किनारे किया जाता है तो इसका फल 100 गुना प्राप्त होता है यदि यह कथा किसी तीर्थ स्थान में की जाती है तो उसका फल 1000 गुना  प्राप्त होता है और यदि इसको शिव के मंदिर में किया जाता है तो 100000 गुना फल प्राप्त होता है क्योंकि जहां शिव भगवान की स्थापना होते हि वह स्थान तीर्थ बन जाता है। और जहाँ पर इतनी सारी कथाएं हो चुकी हो तो वह स्थान   महातीर्थ बन जाता है ऐसे स्थान की महिमा का वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता शिव की पूजा अभीष्ट फल देने वाली होती है जब एक पापी भी बिंदुग के नाम का शिव पुराण सुनकर शिव का गण बन सकता है  तथा चंचुला नाम की स्त्री भी शिव कथा को सुनकर पार्वती मां की सेविका बन सकती है तो कलयुग में तो इस कथा का बहुत अधिक महत्व है इसको सुनने और सुनाने से जगत के पापों का नाश हो जाता है। जिसके जीवन में शिव नहीं है वह चाहे कितनी भी भक्ति कर ले लेकिन ईश्वर की कृपा नहीं प्राप्त कर सकता है इसलिए शिव को देवों के देव नहीं बल्कि महादेव कहा जाता है जिस घर में शिवलिंग नहीं होता वहां देवताओं की पूजा स्वीकार नहीं की जाती इसलिए जीवन में शिव को अपना लो तथा तथा मनोवांछित फल को प्राप्त कर लो ।
कथा मे मंदिर सचिव ब्रिजेश शर्मा और कथा के मुख्य यजमान प्रभात गुप्ता और उनकी धर्मपत्नी रेनू गुप्ता,
जय प्रकाश,राकेश मालवीय,दिलीप गुप्ता,तेज प्रकाश,अनिल चौहान, सुनील चौहान,विष्णु समाधिया,
मानदाता,मोहित तिवारी,हरिनारायण त्रिपाठी,दिनेश उपाध्याय,मंगरे,राम ललित गुप्ता,ऋषि,धर्मपाल,अलका शर्मा,संतोष चौहान,पुष्पा गुप्ता,सरला शर्मा,विभागौतम,अनपूर्णा, राजकिशोरी मिश्रा,सुमन, कौशल्या,अंजू,मंजू,तनु चौहान,नीतू गुप्ता,कुसुम गैरा,विनोद देवी,उमा राणा, विनीता देव,मनसा मिश्रा,सुनीता चौहान और अनेको श्रोता गण कथा मे सम्मिलित हुए।

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