आज भेल के कन्वेंशन हॉल में सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेट ,पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण संपन्न हुआ। जिसमें उन्हें सूचनाओं की सटीक जानकारी तथा मत पत्रों के प्रकार विस्तार से बताया गया
सेक्टर तथा जोनल मजिस्ट्रेट अपने-अपने क्षेत्र में निर्वाचन प्रक्रिया को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शिता के साथ ही त्रुटिरहित सम्पन्न कराना सुनिश्चित करें। यह निर्देश नोडल अधिकारी प्रशिक्षण केएन तिवारी ने कन्वेशन हॉल बीएचईएल में आयोजित सेक्टर तथा जोनल मजिस्ट्रेट हेतु आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में बोलते हुए दिये।
उन्होंने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र के आरओ, एआरओ तथा मतदान पार्टियों के सम्पर्क में रहें। मतदान स्थलों तथा मतदाताओं की जानकारी रखें। अपने-अपने सेक्टर तथा जोन रास्तों की जानकारी कर लें तथा मतदान स्थलों का बार-बार निरीक्षण करें। प्रेक्षक द्वारा चाही गई जानकारियों को सही व शुद्धता से दिया जाये तथा किसी भी प्रकार से गलत एवं भ्रामक जानकारी साझा न की जाये। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का शतप्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये।
इसके पश्चात मतदान कार्मिकों हेतु प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। नोडल अधिकारी प्रशिक्षण केएन तिवारी तथा मास्टर ट्रेनर डॉ.सन्तोष कुमार चमोला ने बताया कि मतदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए तथा मतगणना में आसानी के दृष्टिगत मतपत्रों का अलग-अलग रंग निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि वार्ड सदस्य एवं सभासद पद के लिए सफेद रंग का मतपत्र होगा, अध्यक्ष नगर पंचायत पद के लिए गुलाबी रंग का, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद के लिए हरे रंग का, अध्यक्ष नगर निगम के लिए मतपत्र नीले रंग का होगा।
पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय के कार्यों, बूथ में बैठने की व्यवस्था, मतदान शुरू व बन्द करने की प्रक्रिया, मतपेटियों को खोलने तथा सील व बन्द करने की प्रक्रिया, मतदान दिवस पर उपयोग होने वाले 49 प्रकार के सामानों की सूची व उनकी उपयोगिता, विभिन्न प्रकार के प्रारूप भरने की प्रक्रिया आदि के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया।