आईसीएआई की हरिद्वार शाखा द्वारा होटल गंगा रीवेरा, हरिद्वार में एक सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें “प्रोफेशनल स्किल्स एंहांसमेंट और टैली एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर में जीएसटी के व्यावहारिक पहलुओं” पर चर्चा हुई।
इस सेमिनार में सीए गिरीश मोहन, चेयरमैन, हरिद्वार शाखा ने बताया कि इस सेमिनार में जय सिंह और हिमांशु अग्रवाल ने टैली 5.1 के हाल ही में लॉन्च होने और सॉफ्टवेयर के माध्यम से जीएसटी रिटर्न जनरेट करने के व्यावहारिक पहलुओं पर अपने ज्ञान को साझा किया। उन्होंने बताया कि यह सेमिनार चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और उनके क्लाइंट्स के लिए कितना उपयोगी होगा और उनका समय कैसे बचाएगा। उन्होंने बताया कि यह सेमिनार डेटा को सेकंड्स में रिकॉन्साइल करने में भी मदद करेगा।
आशीष झा सनरे सिस्टम एंड टेक्नोलॉजीज के द्वारा हाल ही में लॉन्च हुए टैली 5.1 पर फैकल्टी का आयोजन किया गया था और आशा है कि सदस्यों और छात्रों को सॉफ्टवेयर से सीधे जीएसटी रिटर्न तैयार करने में लाभ होगा।
सीए गिरीश मोहन ने बताया कि यह हरिद्वार शाखा के लिए गर्व का क्षण है कि इस सेमिनार के साथ हमने इस कैलेंडर वर्ष में 2200 से अधिक सीपीई (CPE) घंटे पूरे कर लिए हैं।
उन्होंने बताया कि शाखा प्रबंधन समिति के चुनाव 11 जनवरी 2025 को होने वाले हैं। उन्होंने युवा सदस्यों से आगे आने और चुनाव में भाग लेने का अनुरोध किया, ताकि एक गतिशील टीम आगे आए और हरिद्वार सीए शाखा को नई ऊंचाइयों पर ले जाए।
उन्होंने बताया कि वर्तमान प्रबंधन समिति ने सीए शाखा के लिए अच्छी बुनियादी ढांचा स्थापित करने के लिए महान प्रयास किए हैं और सदस्यों और छात्रों के लिए वर्ष के दौरान कई आयोजन किए हैं, विशेष रूप से सीए वीक जो एक बड़ी सफलता थी।
उन्होंने बताया कि आईसीएआई के अध्यक्ष से हरिद्वार सीए शाखा के लिए भूमि और भवन के लिए पूर्व-अनुमोदन पहले ही प्राप्त किया जा चुका है और जल्द ही हमारे पास सीए शाखा के लिए अपनी भूमि और भवन होगा, जो 400 सदस्यों और 300 सीए छात्रों को लाभान्वित करेगा।
सीए अंकुर अग्रवाल ने सेमिनार में मंच संचालन किया। सीए प्रभोध जैन, सीए अर्पित वर्मा ने सेमिनार के लिए सभी व्यवस्थाएं कीं।
इस अवसर पर सीए हरि रतूड़ी, सीए सुमीत शर्मा, सीए अतुल जिंदल, सीए आशुतोष पांडे, सीए रंजीत तिब्रेवाल, सीए व।सु अग्रवाल, सीए अनुज अग्रवाल, सीए योगेश , सीए सुधांशु शर्मा, सीए मुकेश जैन, अमन बाजाज, सीए चित्रा नाहटा, सीए श्याम अरोरा, आदित्य मोहन, सुधांशु शुक्ला, श्रुति, लक्षिखा, राखी आदि उपस्थित थे।