झांसी मेडिकल कॉलेज से आई एक दर्दनाक खबर ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया।
यहां महारानी लक्ष्मीबाई सरकारी मेडिकल कॉलेज में स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) में शुक्रवार रात भीषण आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो गई, जबकि कई बच्चे घायल हो गए हैं,वार्ड की खिड़की तोड़कर 39 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। घटना का बड़ा हृदय विचारक दृश्य देखने को मिला जब लोग बच्चों के जले हुए शरीरों को लिए दौड़ रहे थे। देखें वीडिय
घटना रात करीब साढ़े 10 बजे की है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग के चलते आग लगी, फिर धमाका हो गया। इसके बाद आग पूरे वार्ड में फैल गई।
सूचना पर फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां पहुंचीं। खिड़की तोड़कर पानी की बौछारें मारीं। DM-SP पहुंच गए। भीषण आग को देखते हुए सेना को बुलाया गया। करीब 2 घंटे में आग पर काबू पाया गया।
घटना के समय वार्ड में 50 से ज्यादा नवजात शिशु भर्ती थे, और गहरे धुएं से सब कुछ अंधेरा हो गया। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि सेफ्टी अलार्म भी नहीं बजा, जिससे प्रशासन और सुरक्षाकर्मियों को हादसे का समय पर पता नहीं चल पाया।
आग लगने के बाद, आग बुझाने के लिए छह दमकल गाड़ियां, पुलिस और सेना के जवान मौके पर पहुंचे। सेना ने खिड़की का शीशा तोड़कर 39बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन 10 बच्चों की जान नहीं बचाई जा सकी। उत्तर प्रदेश सरकार ने घटना पर गहरी चिंता जताते हुए पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और अधिकारियों को राहत व बचाव कार्यों में तत्परता दिखाने के निर्देश दिए। लेकिन इस घटना ने झांसी मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा और व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। अगर समय रहते अलार्म बज जाता और व्यवस्थाएं दुरुस्त होतीं, तो शायद इतनी बड़ी त्रासदी से बचा जा सकता।
इस दुखद घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे, महासचिव प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव आदि सहित देश के सभी प्रमुख लोगों ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है।