हरिद्वार। भेल की सबसे पुरानी रामलीला श्री रामलीला समति सैक्टर 1 के मंच पर पंचवटी , सुर्पनखा संवाद, खर दूषण वध रावण मारीच संवाद,सीता हरण राम जटायू संवाद जैसे मुख्य दृश्य दिखाए गए। राम लीला के छठे दिन पंचवटी में लक्ष्मण ने सुर्पनखा की नाक कटा दी । जब इस बात की जानकारी रावण को हुई तो उसने खर दूषण को राम लक्ष्मण से युद्ध के लिए भेजा दोनो के बीच भयंकर युद्ध हुआ और अन्तत: खर दूषण की मृत्यु हो गई जब इस बात की सूचना रावण को मिली कि खरदूषण मारे गए तो उसको आभास हो गया कि खर दूषण को मारने वाले कोई साधारण व्यक्ति नहीं हो सकते लगता है नारायण ने अवतार ले लिया है । सुर्पनखा की नाक काटने के रोमाचकारी दृश्य ने खूब तालियां बटोरी। उसके उसके पश्चात सीता हरण का दृश्य दिखाया गया । जिसमें रावण की भूमिका परविंदर ने निभाई । सीता हरण के पश्चात जटायु से रावण का मुकाबला करते हुए घायल हो गया और घायल जटायु ने सीता हरण की जानकारी प्रभु राम को दी और अपने प्राण त्याग दिए ।रामलीला मंच पर मुख्य अथिति पूर्व मेयर श्रीमती अनीता शर्मा, प्रदीप चौहान, पूर्व सभासद पंकज चौहान , छात्र नेता गौरव शर्मा पूर्व महिला कांग्रेस महानगर अध्यक्ष श्रीमती अंजू द्विवेदी ने गणेश आरती के साथ लीला का विधिवत् उद्घाटन किया। पूर्व मेयर श्रीमती अनीता शर्मा ने कहा कि रावण ने छल से सीता माता का हरण किया । जिसका परिणाम उसने प्राण दे कर चुकाया। रामायण मे रिश्तों का गहराई से वर्णन किया गया है । रामलीला से पूर्व अतिथिओं का का माल्यार्पण और उनके महत्व को भी समझाया गया है। भेल सैक्टर 1 रामलीला मंच पर रामलीला का मंचनमुख्तयार सिंह एवं राकेश कुमार के निर्देशन में किया जा रहा है।
रामलीला मे मुख्य रूप से रामलीला समिति के संरक्षक डॉ हिमांशु द्विवेदी, अध्यक्ष अश्वनी सिंह, सचिव राधे श्याम सिंह कोषाध्यक्ष गौरव ओझा,वीरेंद्र नेगी, धनजय यादव, सुबोध कुमार ,राकेश कुमार, संजय वर्मा, राज कुमार यादव, राकेश पवार, रविंद्र कुमार, संजय कुमार, मैनपाल सिंह, शुभम कुमार, यादव पुष्प भारती विकास तिवारी,आदि मौजूद रहें।