राजकीय आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ उत्तराखंड द्वारा आयुष सचिव को डीएसीपी हेतु पत्र लिखा है।
संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ. डी. सी. पसबोला ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश अध्यक्ष डॉ. के. एस. नपलच्याल ने आयुष सचिव रविनाथ रमन को पत्र लिख आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सा अधिकारियों के लिए डीएसीपी लागू करने की मांग की है।
पत्र में कहा गया है कि जनवरी 2022 में माननीय कैबिनेट द्वारा राजकीय आयुष चिकित्सा अधिकारियों हेतु डीएसीपी की व्यवस्था अनुमन्य की गयी थी। जिस पर तत्कालीन मुख्य सचिव द्वारा भी अनुमोदन प्रदान कर दिया गया था। परन्तु उक्त के सम्बन्ध में आतिथि तक शासनादेश नहीं हो पाया है।
आयुष विभाग में चिकित्सा अधिकारियों के लिए पदोन्नति के अवसर अत्यन्त अल्प हैं तथा कई चिकित्सा अधिकारी 10-15 वर्षों की सेवाओं के बाद भी बिना पदोन्नति के अपने मूल वेतनमान से ही सेवानिवृत्त हो जा रहे हैं। जिससे की आयुष चिकित्सा अधिकारियों में आक्रोश व्याप्त है।
आगे डॉ. पसबोला ने कहा कि जहां आयुष प्रदेश में एलोपैथिक चिकित्सा अधिकारियों के लिए पहले से ही डीएसीपी, यहां तक कि एसडीएसीपी तक लागू है, वहां आयुष चिकित्सा अधिकारियों के लिए अभी तक डीएसीपी लागू न किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उत्तराखंड के आयुष प्रदेश नाम की सार्थकता तभी तक है जब आयुष चिकित्सा अधिकारियों को भी डीएसीपी का लाभ प्रदान किया जाए।