हरिद्वार जनपद के 22 पुलिस कर्मी चुने गए मैन ऑफ़ द मंथ,कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बेहतर काम करने वाले पुलिस कर्मियों को किया सम्मानित।

Police सम्मान हरिद्वार
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कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने जनपद पुलिस अधिकारियों संग की प्रोफेशनल क्राइम बेस “अपराध समीक्षा”

क्राइम फील्ड में पेश आई चुनौतियों का मेहनतकश जवाब देने पर कप्तान ने मातहतों को सराहा

मातहतों से बोले कप्तान- डकैती प्रकरण में अभी काफी काम बाकी, साथ मिलकर करेंगे अपराध का खात्मा

मुख्यालय स्तर से चलाए जा रहे अभियानों की समीक्षा

जनपद में घटित विभिन्न अपराधों के तीन वर्षीय आंकड़ों की भी की गई समीक्षा

पुलिसिंग पुलिसिंग की तरह हो, अपराधियों का बेखौफ घूमना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही

आम से खास तक सभी के साथ से हो समान व्यवहार, पीड़ित को दें उचित सम्मान, करें मदद

बलवा, गैंगस्टर, चोरी मामलों में शिथिलता मंजूर नहीं, संबंधित पुलिस अधिकारी कड़े कदम उठाएं

“अपराध मुक्त समाज के निर्माण के लिए हर जवान के किरदार को बताया महत्वपूर्ण”

सैनिक सम्मेलन/मंथली क्राइम मीटिंग, कल दिनांक 20.09.2024 को एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में पुलिस कार्यालय रोशनाबाद स्थित सभागार में मासिक अपराध समीक्षा बैठक (सैनिक सम्मेलन) आयोजित किया गया जिसमें सर्वप्रथम जनपद के विभिन्न थानों से अपनी समस्या लेकर सम्मेलन में पहुंचे कर्मचारियों की परेशानियों का ‘संबंधित को निर्देशित कर’ निस्तारण करने पश्चात प्रमेंद्र एडोबाल द्वारा जनपद में घटित अपराधों के खुलासे एवं अपने क्षेत्र में टॉप परफॉर्मेंस देने पर 22 जवानों को सम्मानित करते हुए मैन ऑफ़ द मंथ चुने जाने पर उनकी पीठ थपथपाई।

इस दौरान श्री डोबाल द्वारा अपराध के अन्वेषण एवं उनके खुलासे में हर जवान के किरदार को महत्वपूर्ण बताते हुए नई सोच और सेवाकाल के अनुभव, दोनों को ही महत्वपूर्ण बताया।

सम्मेलन तत्पश्चात सम्मान समारोह के उपरांत श्री डोबाल द्वारा जनपद के सभी महत्वपूर्ण पदों पर आसीन पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में माह अगस्त की अपराध गोष्ठी की औपचारिक शुरुआत की गई।

सबसे पहले एसएसपी द्वारा बालाजी ज्वैलर्स डकैती प्रकरण में लगी पुलिस टीमों द्वारा एक यूनिट के रूप में परफॉर्मैंस देते हुए अब तक किए गए खुलासे, गिरफ्तारी पर टीम की हौसलाफजाई करते हुए कहा गया कि प्रकरण में अभी मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी, शेष माल बरामदगी सहित कई टास्क बचे हुए हैं जिन्हें हमें टीम के रूप में काम करते हुए जल्द से जल्द पूरा करना है।

पुलिस मुख्यालय स्तर से चलाए जा रहे अभियानों में प्रगति सहित जनपद में घटित विभिन्न अपराधों के तीन वर्षीय आंकड़ों का मूल्यांकन करने के पश्चात एसएसपी हरिद्वार द्वारा जनपद पुलिस के समक्ष पेश आयी चुनौतियों की समीक्षा करते हुए किसी भी अपराध के घटित होने की सूचना पर रैस्पांस टाइम को और अधिक बेहतर करने के निर्देश दिए।

क्राइम मीटिंग में एसएसपी प्रमेन्द्र ड़ोबाल द्वारा कही गई महत्वपूर्ण बातें और दिए निर्देश –

सभी CO’s चोरी/लूट जैसे गंभीर प्रकरणों की खुद समीक्षा करें & रिकवरी रेट 100% प्रतिशत करने एवं अपराधियों को सलाखों⛓️ के पीछे भेजने के लिए अपने स्तर से सर्किल के थाना प्रभारियों के साथ मीटिंग करें व कार्ययोजना तैयार कर उन्हें लागू भी करें।

मौजूदा दौर में सोशल मीडिया के महत्व को नकारा नहीं जा सकता। समाज में कई लोग गलत कंटेंट भी तेजी से प्रसारित करना चाहते हैं इसलिए जरूरी है कि इस दौर में सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो/फोटो कंटेंट की संवेदनशीलता के आधार पर सभी थाना प्रभारी सुनिश्चित करें कि अवांछनीय, शांति व्यवस्था के लिए हानिकारक एवं किसी नाबालिक की निजता को भंग करने वाले वीडियो/फोटो पोस्ट करने वालों के विरुद्ध नियमानुसार गंभीर धाराओं में मुकदमें दर्ज करते हुए आवश्यक वैधानिक कार्रवाई करें।

नए कानून लागू होने के बाद साइंस के इस दौर में crime detection, investigation में टैक्नोलॉजी का योगदान बेहद जरूरी है, किसी भी मुकदमें की विवेचना में फॉरेंसिक टीम के सहयोग से वैज्ञानिक साक्ष्यों को वरीयता देने के साथ माननीय न्यायालय में प्रेषित किया जाए ताकि न्यायोचित कार्यवाही में किसी प्रकार की बाधा न हो।

थाना प्रभारी न्यायालय में गवाहों की पेशी को गंभीरता से लेते हुए गवाहों को समय से पेश कराएं ताकि पीड़ित को समय से न्याय मिलने में आसानी हो।

एसपी सिटी/देहात/क्राइम मुख्यालय स्तर से चलने वाले/चल रहे विभिन्न अभियानों की समीक्षा करते हुए एक सप्ताह के भीतर अध्यावधिक स्थिति से अवगत कराएंगे जिससे इस संबंध में थानावार स्पष्ट रूप से समीक्षा हो सके।

थानों में लूट, 156(3) मर्डर आदि मुकदमों में प्रथम दृष्टया ये स्पष्ट होता है कि मामला संदिग्ध है और ऐसा होने के पर्याप्त साक्ष्य हैं तो ऐसे मुकदमों को अनावश्यक रूप से लंबित रखने से बेहतर है कि उसका तुरंत निस्तारण (फाइनल या एक्सपंज रिपोर्ट) किया जाए।

मुकदमों की विवेचना में पारदर्शिता बरती जाए ताकि पीड़ित पक्ष की गई कार्यवाही से संतुष्ट हों। संबंधित पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी इसको इन्श्योर करें। पीड़ित को राहत/न्याय दिलाने के मार्ग में निष्पक्ष कार्रवाई करना पुलिस का कर्तव्य है। पुलिस की कार्यवाही अमीर-गरीब वाली बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। फैक्ट के आधार पर कार्यवाही हो। पीड़ित की समस्या को अच्छी तरह सुनकर अग्रेतर कार्यवाही की जाए।

अगर पीड़ित अपनी समस्या लेकर पुलिस कार्यालय पहुंच रहा है और यहां पर आने पर पता चल रहा है कि उसे नीचे किसी ने नहीं सुना तो इससे ये प्रतीत होता है कि थाना स्तर पर उन्हें उचित मदद नही मिल पा रही है। भविष्य में छोटे-छोटे प्रकरणों में यदि फरियादी पुलिस कार्यालय पहुंचता है तो इसे संबंधित थाने की लापरवाही मानते हुए उसकी समीक्षा की जाएगी और संबंधित थाने की जवाबदेही तय की जाएगी।

पिछले कुछ समय में विवेचनाओं के निस्तारण का ग्राफ पहले कि तुलना में काफी नीचे चला गया है। सभी क्षेत्राधिकारी संबंधित सर्किल के थानों में प्रत्येक सप्ताह विवेचकों का ओ.आर लेते हुए विवेचनाओं का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराकर अनुपालन से अवगत कराएंगे।

थाना प्रभारी चेतक सहित गश्त/पिकेट पर नियुक्त कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करें। किसी भी क्षेत्र में कोई भी घटना घटित होने पर संबंधित की जवाबदेही तय करते हुए आवश्यक कार्यवाही की जाए।

अक्सर थाना स्तर पर छोटी-छोटी घटनाएं बड़ा रूप ले लेती हैं। थाना प्रभारी समय से ऐसी सूचना/मामलों पर यथाशीघ्र प्रतिक्रिया सहित निरोधात्मक कार्यवाही अमल में लाएं जिससे कि हम बड़ी घटना होने से रोक सकें। ऐसे मामलों में लापरवाही परिलक्षित होने पर संबंधित प्रभारी की जिम्मादारी होगी।

सिटी एवं देहात क्षेत्र के युवाओं में नशे की बढ़ती आदतों पर लगाम लगाने के लिए जनजागरुकता कार्यक्रम करें, चौपाल लगाएं, स्कूल कॉलेजों में जाएं आदि। इसके अतिरिक्त नशा कहां से आ रहा है, उस चेन को तोड़ते⛓‍💥 हुए बड़े नशा तस्करों को पकड़ना है। एसपी सिटी/देहात अपने-अपने क्षेत्र में टीम गठित करते हुए उसकी समीक्षा करें।

वाहन चोरी एवं अन्य चोरी के मामलों में सुधार की बहुत जरूरत है। बहन चोरी का ग्राफ पिछले कुछ समय में काफी बढ़ गया जो ठीक नहीं है। कुछ थानों ने अच्छी रिकवरी की हैं जबकि कुछ थानों की स्थिति बिल्कुल खराब है। एसपी सिटी वाहन चोरी मामलों में सिटी क्षेत्र में एक टीम बनाइए। मुझे वाहन चोरी संबंधी प्रकरणों में अच्छी रिकवरी चाहिए।

जब तक फैस्टिव सीजन खत्म नहीं होता सभी थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी मुझे चेकिंग के समय सड़क पर चाहिए, पूरा फोर्स लेकर चेकिंग करें। सेंस ऑफ़ सिक्योरिटी डेवलप करने की जरूरत है।

कोई भी धऱना प्रदर्शन होने पर नैशनल हाइवे को जाम करने के किसी भी प्रकरण में बिना कोई देरी किए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। ऐसा करने में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए। भले ही आंदोलनकारियों की बातों को सुना जाए लेकिन नैशनल हाईवे जाम करना किसी का अधिकार नही है।

बलवा प्रकरणों में दर्ज मुकदमों में यथाशीघ्र गिरफ्तारी अथवा नोटिस तामिल की कार्यवाही पूरी की जाए। मुझे 100% रिजल्ट चाहिए। अगली क्राइम मीटिंग तक बलवे के वांछितों की स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए या तो गिरफ्तार करें या फिर नोटिस तामिल कराएं लेकिन अनावश्यक पैंडेंसी नही होनी चाहिए।

सभी थाना प्रभारी सड़क दुर्घटना संबंधी प्रकरणों में समय से MACT की रिपोर्ट प्रेषित करना सुनिश्चित करें। लापरवाही दिखने पर संबंधित प्रभारी कार्यवाही के लिए तैयार रहें। किसी के घर का कोई सदस्य अचानक एक्सीडेंट में चला जाता है और आप लोगों से इस मामले में रिपोर्ट समय से नहीं भेजी आ रही है। इसमें शिथिलता बेहद दुःखद और असंवेदनशील है।

धोखाधड़ी संबंधी मामलों में दर्ज मुकदमों में हुई प्रगति के बारे में संबंधित सीओ, एसपी सिटी/एसपी देहात को रिपोर्ट करेंगे। धोखाधड़ी के बड़े मामले और उनमें की गई गिरफ्तारी की सूचना समय से उच्चाधिकारियों को प्रेषित करें ऐसा करने में गलती न हो।

गैंगस्टर्स की संपत्ति के जब्तिकरण में शिथिलता देखने को मिल रही है। जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगली क्राइम मीटिंग तक मुझे इन मामलों में स्पष्ट प्रगति/कार्यवाही चाहिए। इन मामलों में सर्किल ऑफिसर्स भी अपनी जिम्मेदारी पूरी निभाते हुए मामलों का पर्यवेक्षण करें।

लंबित प्रार्थनापत्रों की स्थिति चिंताजनक है। सभी थाना प्रभारी इन पर गौर करें और नतीजों में सुधार लाएं। मैं देख रहा हूं कुछ सर्किल अथवा थानों के प्रार्थना पत्र 6 महीने से अधिक समय तक लंबित है इसका मतलब आप लोग ध्यान नहीं दे रहे हैं। अब 6 महीने से अधिक कोई भी प्रार्थनापत्र लम्बित नही होना चाहिए। सचिवालय, मुख्यालय व रेंज स्तर के प्रार्थना पत्रों की पैंडेंसी खत्म करें।

सत्यापन अभियान में थाना सिड़कुल और कोतवाली ज्वालापुर की परफॉर्मेंस अच्छी है। बाकी थाने भी इस मैटर को सीरियसली लें और ग्राउण्ड पर रिजल्ट दें। सत्यापन अभियान बड़े स्तर पर और जमीनी स्तर पर चलाएं। इसमें लापरवाही आप लोगों को भारी पड़ेगी।

सभी थानेदार सुनिश्चित करें कि सिविल मामलों में जांच के बाद ही मुकदमा दर्ज किया जाए। स्वयंभू बनने की कोशिश न करें अगर कोई मामला रियल में ऐसा है तो अपने क्षेत्राधिकारी को अवश्य बताएं।

महिलाओं संबंधी अपराधों के प्रति बेहद सजग रहें। छेड़खानी के संभावित स्थानों, स्कूल के गेट, प्रमुख चौराहा आदि महत्वपूर्ण स्थानों पर जनप्रतिनिधि अथवा सम्मानित व्यक्तियों के सहयोग से अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं ताकि नकारात्मक घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके।

“उम्मीद है अगली क्राइम मीटिंग तक आप लोग मुझे अच्छे रिजल्ट देंगे” –एस एस पी प्रमेंद्र सिंह डोबाल

माह अगस्त 2024 “पुलिस मैन ऑफ द मंथ हेतु चुने गए कार्मिक–

*कोतवाली नगर
1- कां0 1193 सौरभ

*थाना कनखल
2- उ0नि0 सुभाष
3- उ0नि0 चरण सिंह

*कोतवाली रानीपुर
4- व०उ०नि० नितिन चौहान
5- कां0 967 विवेक गुंसाई

*थाना सिड़कुल
6- अ०उ०नि० हरीश चन्द्र

*थाना श्यामपुर
7- हो०गा0 2291 आशीष अधिकारी

*कोतवाली मंगलौर
8- हे0कां0348 शुरवीर

*थाना झबरेडा
9- कानि0 1585 बलदेव

*थाना कलियर
10- उ0नि0 हेमदत्त भारद्वाज

*कोतवाली लक्सर
11- हे0का0 246 विनोद कुमार

*थाना बुग्गावाला
12- अ०उ०नि० बिजेन्द्र सिंह

*वाचक व0पु0अ0
13- हो0 गा0 2271 कुलदीप

*कार्यालय पुलिस अधीक्षक नगर
14- कां0 505 ना०पु० अरविन्द चौहान

*हाईकोर्ट सैल
15- हे0का0 211 स०पु० मुकेश पंत

*डीसीआरबी
16- कां0 755 सुरेन्द्र सिंह रावत

*ए0एन0टी0एफ0
17- म0का0 372 दीपा कल्याणी

*म0हे0ला0हरिद्वार
18- हो०गा0 2176 प्रवीन थापा

*साईबर सैल हरिद्वार
19- हे0का0 59 स0पु0 नीरज सिंह

*कंट्रोल रूम हरिद्वार
20- उ०नि० (पु०दूर०) प्रीति

*फायर स्टेशन भगवानपुर
21- फायरमैन राजीव कुमार

*पुलिस लाईन, हरिद्वार
22- कां० धर्मपाल सिंह

इस अवसर पर एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक/क्राइम पंकज गैरोला, एएसपी/सीओ सदर जितेंद्र मेहरा, सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल, सीओ रुड़की नरेन्द्र पंत, सीओ मंगलौर विवेक कुमार व जनपद के समस्त प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष एवं शाखा प्रभारी उपस्थित रहे।

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