उत्तराखंड कांग्रेस स्वतंत्रता इस अवसर पर पुलिस को भी व्यवस्था से संभालनी पड़ी , उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ के तत्वाधान में आज हरिद्वार में हुए स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों के उत्तराधिकारियों के एक राष्ट्रीय प्रतिनिधि समागम में देश को आजादी दिलाने वाली कांग्रेस के प्रति निष्ठा व्यक्त की गई।कार्यक्रम की शुरुआत एमिनेंट कमेटी के सदस्य स्वतंत्रता सेनानी आनन्द सिंह बिष्ट व गणपत राव सिन्धे तथा वीरांगना प्रेम लता ने ध्वजारोहण करके की।
सैनी आश्रम ज्वालापुर (हरिद्वार) में आयोजित इस समागम में देश भर के विभिन्न राज्यों से आए तमाम स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों के परिवारों को एक माला में पिरोकर उन्हें अपने पूर्वजों के मान- सम्मान और अपने स्वयं के अस्तित्व की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्धित और संकल्पित किया गया। अमर शहीद जगदीश वत्स के भांजे एवं कार्यक्रम के संचालक श्रीगोपाल नारसन ने स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों को लोकतंत्र सेनानियों से अधिक सम्मान पेंशन देने व विधान मंडल व संसद में स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों को प्रतिनिधित्व देने की मांग की। राष्ट्रीय सम्मेलन में इस आशय का एक प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पास किया गया कि उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के अनुरूप ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के द्वारा भी राष्ट्रीय स्तर पर एक स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ का गठन किया जाए जिसकी शाखाएं सभी राज्यों में स्थापित की जाएं ताकि समान विचारधारा वाले स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों के उत्तराधिकारियों को एक उपयुक्त मंच अपनी बात कहने और अपना शक्ति प्रदर्शन करने के लिए उपलब्ध हो सके।
इस राष्ट्रीय प्रतिनिधि समागम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने विश्वास दिलाया कि कांग्रेस स्वतंत्रता सेनानी व उनके उत्तराधिकारियों को सिर आंखों पर रखेगी और उनके मार्गदर्शन में ही कांग्रेस आगे बढ़ेगी।माहरा के शब्दों में, कांग्रेस पार्टी ने सदैव साम्प्रदायिक सौहार्द एवं भाईचारे का वातावरण बनाने में सफलता प्राप्त की। इसी कारण कांग्रेस आज दावे के साथ कह सकती है कि आज बेसक हम केन्द्र व राज्य में सत्ता में न हो परन्तु विपक्ष के रूप में भी कांग्रेस लोकतांत्रिक मर्यादा में रहते हुए जनभावनाओं के अनुरूप केन्द्र व राज्य की वर्तमान सरकारों पर सही दिशा में चलने के लिए दबाव बनाये रखेगी।
उन्होंने चिंता व्यक्त की कि आज भारत के पड़ोसी देशों द्वारा देश की सीमाओं पर जिस प्रकार का माहौल बनाया जा रहा है, वह गम्भीर विषय है,जिसपर ध्यान देना जरूरी है।हालांकि भारत के वीर सैनिक देश की सीमाओं की रक्षा के लिए सदैव तत्पर हैं। उन्होंने कांग्रेस के उन तमाम सेनानियों को बधाई दी जो कांग्रेस के मूल्यों के लिए गली-गली, गांव-गांव अलख जगाये रखने को काम कर रहे हैं।
कांग्रेस सी डब्ल्यू सी के सदस्य गणेश गोदियाल ने भी स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों को अपना समर्थन देते हुए राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका को वंदनीय बताया।अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर राजीव शाह ने भी सत्य की लड़ाई के लिए झूठ का विरोध करने की अपील की और कांग्रेस के महान लोगो को वंदनीय बताया।सहारनपुर के कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने इस अवसर पर आजादी में कांग्रेस के योगदान की चर्चा की।मध्यप्रदेश से अजय सितलानी,दिल्ली से नित्यानंद शर्मा,कानपुर से हरिराम गुप्ता,कमलेश पांडे अल्मोड़ा से, रमेश मिश्रा बहराइच से,अशोक संधू सतना से,बसंत कुमार दास उड़ीसा से,सत्य नारायण कटारिया राजस्थान से संगठन के जिलाध्यक्ष नवीन शरण निश्चल, भगवान पुर विधायक ममता राकेश,ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर आदि ने अपने विचार व्यक्त किये।संगठन के उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार सैनी ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
साथ ही अध्यक्षीय उद्बोधन में मुरली मनोहर ने स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी जो देशभर में 2 करोड़ है,को उनका हक दिलाने की पैरवी की,जबकि कांग्रेस के प्रति निष्ठा का प्रस्ताव महामंत्री अवधेश पंत द्वारा पढा गया।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का स्वागत महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अमन गर्ग ने चरखा भेंट करके किया।