किसानों के मसीहा, हमदर्द और जननायक रहे हैं ताउ देवीलाल-सतबीर मलिक
कांवड़ मेला शुरू होने से पूर्व ही लंबी दूरी तय करने वाले कांवड़िएं जल लेकर अपने गंतव्यों को रवाना होने लगे हैं। रिसालु पानीपत निवासी 59 वर्षीय शिव भक्त सतबीर मलिक मंगलवार को हर की पैड़ी से जल भरकर 500 किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा पर रवाना हुए। सतबीर मलिक की यह 19वीं कांवड़ यात्रा है। पेशे से किसान सतबीर मलिक ने अपनी कांवड़ यात्रा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और देश उपप्रधानमंत्री रहे स्वर्गीय ताउ देवीलाल को समर्पित की है। हरे रंग की पोशाक पहने सतबीर मलिक ने हरे रंग से सजी अपनी कांवड़ पर उन्होंने स्वर्गीय देवीलाल की तस्वीर लगायी है। सतबीर मलिक ने बताया कि वे किसानों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं लाने और किसानों का कर्ज माफ करने वाले किसान नेता स्वर्गीय ताउ देवीलाल को अपना भगवान और आदर्श मानते हैं। उनकी अब तक की सभी कांवड़ यात्रा ताउ देवीलाल को समर्पित रही हैं। उन्होंने कहा कि ताउ देवीलाल किसानों के मसीहा, हमदर्द और जननायक रहे हैं। उनके जीवन आदर्शो का प्रचार प्रसार व सदैव करते रहेंगे। हरे रंग से कांवड़ सजाए जाने के संबंध में पूछे जाने पर सतबीर मलिक ने कहा कि वे किसान हैं। हरियाली और किसान के बीच गहरा संबंध है। इसीलिए उन्होंने अपनी कांवड़ को हरे रंग से सजाया है और स्वयं भी हरे रंग के कपड़े पहने हैं। उन्होंने सभी को उत्तराखंड के लोकपर्व हरेला की बधाई देते हुए कहा कि पर्यावरण लगातार बिगड़ रहा है। पर्यावरण के असंतुलित होने से अधिक वर्षा, अधिक गर्मी, सूखा जैसी तमाम समस्याएं सामने आ रही हैं। पर्यावरण को संतुलित करने के लिए सभी को मिलकर सहयोग करना होगा।