उत्तराखण्ड शासन द्वारा जनपद हरिद्वार के घाड़ क्षेत्र के सुनियोजित विकास के लिए घाड़ क्षेत्र विकास परिषद का गठन किया गया था, जिसके अर्न्तगत विकास खण्ड भगवानपुर के 87 राजस्व ग्राम, रूडकी के 10 राजस्व ग्राम तथा बहादराबाद के 10 राजस्व ग्राम सम्मिलित किये गये थें।
उत्तराखण्ड शासन द्वारा जारी अधिसूचना जारी करते हुए वर्तमान में जनपद हरिद्वार के सुनियोजित विकास हेतु पूर्व से ही हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण, हरिद्वार के अस्तित्व में होने के फलस्वरूप घाड़ क्षेत्र विकास परिषद को समाप्त करते हुए उक्त परिषद के क्षेत्र को हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण, हरिद्वार में सम्मिलित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि घाड़ क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले सभी ग्रामों में विकास कार्य का दायित्व हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण के पास आ गया है। यह भी विदित है कि शासन के घाड क्षेत्र परिषद के समाप्त होने के उपरान्त सम्मिलित ग्रामों के नक्शों के स्वीकृति एवं निर्माणों के शमन की कार्यवाही हरिद्वार-रूडकी विकास प्राधिकरण में निहित हो जाने पर घाड क्षेत्र के निवासीगण अपने आवासीय/व्यवसायिक भवनों व प्रतिष्ठानों आदि का मानचित्र हरिद्वार-रूडकी विकास प्राधिकरण से स्वीकृत करा सकेंगे।