ऋषिकेश पहुंची ट्रेन के कोच में मिले महिला के शव के कटे हाथ पैैर
धड़ इंदौर में दूसरी train में मिला, शव की शिनाख्त नहीं।हाथ पर लिखा मीरा बेन,गोपाल भाई।
दोनों ट्रेने लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन से गुजरती है। पुलिस को आशंका है कि हत्यारें ने दोनों ट्रेनों में शव के कटे हिस्से रखने में इस स्टेशन का इस्तेमाल किया,क्योकि वहां ज्यादा भीड़ नहीं रहती है। स्टेशन पर कैमरे नहीं हैै
कटी लाश की गुत्थी नहीं सुलझी।
इंदौर के रेलवे यार्ड में खड़ी ट्रेन के कोच में मिली महिला की लाश की गुत्थी पुलिस सुलझा नहीं पाई हैै। हत्यारे ने पुलिस की जांच को भटकाने के लिए शव के टुकड़े अलग-अलग ट्रेनों में रखे। शव का एक हिस्सा पुलिस को महू-नागदा पैसेंजर ट्रेन में बोरे व बैग में मिला। लाश के हाथ और पैर देहरादून एक्सप्रेस में मिला। ट्रेन जब ऋषिकेश पहुंची तो स्लीपर कोच में शव का टुकड़े मिले।एसएचओ राणा ने बताया कि उक्त ट्रेन इंदौर से आगे लक्ष्मीबाई नगर मध्यप्रदेश से शुरु होती है। इसलिए उन्होंने इंदौर के जीआरपी एसएचओ संजय शुक्ला से इस संबंध में बात की। संजय शुक्ला ने उन्हें बताया कि बीते नौ जून को इंदौर में एक अन्य ट्रेन में सीट के नीचे से महिला का शव मिला है। जिसमें हाथ व पांव कटे हुए हैं। उस महिला की उम्र भी करीब 25 वर्ष है। इस संबंध में इंदौर रेलवे थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा भी दर्ज है। एसएचाओ जीआरपी देहरादून राणा ने बताया कि उक्त अंगों की फॉरेंसिक जांच के लिए टीम बुलाई गई थी। अंगों का डीएनए लिया जाएगा। अंगों को एम्स मोर्चरी भेज दिया गया है। कहा कि मामले में इंदौर जीआरपीएफ के संपर्क में हैं और पूरा सहयोग किया जा रहा हैयोग नगरी रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन में काले रंग की पॉलीथीन में महिला के कटे हुए हाथ और पैर मिले हैं। बताया जा रहा है कि उक्त महिला के शरीर का अन्य भाग इंदौर की एक ट्रेन में मिला है। महिला की हत्या के आरोप में इंदौर रेलवे पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। हांलाकि अभी महिला की पहचान नहीं हो पाई है। इंदौर रेलवे पुलिस के अनुसार, मृतक महिला की उम्र 25 वर्ष के करीब है।
योग नगरी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक ट्रेन की धुलाई के दौरान एक काली पॉलीथीन में महिला के कटे हुए हाथ और पांव (नेल पॉलिस लगे कोहनी से नीचे हाथ व दो पैर) मिले। जीआरपी देहरादून के प्रभारी निरीक्षक त्रिवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि स्टेशन में उज्जैनी एक्सप्रेस रविवार शाम सात बजे पहुंचती है। सोमवार को जब ट्रेन की धुलाई की जा रही थी तो कर्मियों को स्लीपर के दो कोचों के बीच टाॅयलेट के बगल में एक काली पॅालीथीन दिखी जिससे गंध आ रही थी। जिसकी सूचना कर्मियों ने रेलवे पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब पॉलीथीन खोलकर देखा तो उसमें कटे हुए हाथ व पैर थे। हाथों के नाखूनों पर नेल पॉलिस व कलाई में चूड़िया थी। जिससे स्पष्ट हो रहा था कि उक्त अंग महिला के हैं।
एसएचओ राणा ने बताया कि उक्त ट्रेन इंदौर से आगे लक्ष्मीबाई नगर मध्यप्रदेश से शुरु होती है। इसलिए उन्होंने इंदौर के जीआरपी एसएचओ संजय शुक्ला से इस संबंध में बात की। संजय शुक्ला ने उन्हें बताया कि बीते नौ जून को इंदौर में एक अन्य ट्रेन में सीट के नीचे से महिला का शव मिला है। जिसमें हाथ व पांव कटे हुए हैं।
उस महिला की उम्र भी करीब 25 वर्ष है। इस संबंध में इंदौर रेलवे थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा भी दर्ज है। एसएचाओ जीआरपी देहरादून राणा ने बताया कि उक्त अंगों की फॉरेंसिक जांच के लिए टीम बुलाई गई थी। अंगों का डीएनए लिया जाएगा। अंगों को एम्स मोर्चरी भेज दिया गया है। कहा कि मामले में इंदौर जीआरपीएफ के संपर्क में हैं और पूरा सहयोग किया जा रहा है।
जिन ट्रेनों में शव के टुकड़े मिले हैं वे
दोनों ट्रेने लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन से गुजरती है। पुलिस को आशंका है कि हत्यारें ने दोनों ट्रेनों में शव के कटे हिस्से रखने में इस स्टेशन का इस्तेमाल किया,क्योकि वहां ज्यादा भीड़ नहीं रहती है। स्टेशन पर कैमरे नहीं हैै। पुलिस क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरें खंगाल कर कातिल का पता लगाने में जुटी है।
ऋषिकेश में जो शव के टुकड़े मिले है। उसमें हाथ पर मीरा बेन और गोपाल भाई लिखा मिला हैै। पुलिस अफसर मान रहे है कि महिला किसी गुजराती परिवार से है। झाबुआ, आलीराजपुर और गुजरात की सीमा से सटे क्षेत्रों में पुलिस गुमशुदा महिला का पता लगाने में जुटी हुई है।
पस्टमार्टम में पुलिस को सिर और चेहरे पर चोट के निशान मिले है। महिला के गले में काला धागा बंधा है। हत्यारे ने हत्या के बाद शव को काटा और काटे गए स्थान पर पाॅलिथीन बांध दी, ताकि खून न बहे। पुलिस का पहला फोकस महिला की शिनाख्त करने पर है। उसके बाद जांच की दिशा तय होगी।