संगीत व गायन तो प्राणवायु सरीखी कलाऐं हैं ।
एक निस्तेज व कलान्त हृदय को जितना सुकून संगीत से मिलता है ,
संगीत , वाद्य व अन्य कलाऐं मनुष्य के जीवन में नयी स्फूर्ति व उर्जा भरती हैं । विशेषकर संगीत व गायन तो प्राणवायु सरीखी कलाऐं हैं ।
एक निस्तेज व कलान्त हृदय को जितना सुकून संगीत से मिलता है , किसी और से नहीं मिलता । कुछ ऐसे ही संगीत प्रेमियों की सभा मॉडल कॉलोनी स्थित वेद माता गायत्री निवारण केंद्र द्वारा आयोजित की गई जिसमें शहर के गणमान्य संगीतज्ञों ने भाग लिया।
मुख्य अतिथि के रूप में पधारे शास्त्रीय संगीत के विद्वान सुनील मुखर्जी ने कहा कि सृष्टि के आरंभ से ही संगीत ओम ध्वनि के रूप में समाया है। उन्होंने संक्षेप में स्वरों की जानकारी हिंदी एवं उनका मानव मस्तिष्क पर प्रभाव के ऊपर प्रकाश डाला। उनके भजन को सभी ने सराहा। रुड़की से संगीत विशेषज्ञ सुनील सागर ने स्वरचित सरस्वती वंदना एवं योग गीत पर सभी उपस्थित श्रोताओं ने सूक्ष्म व्यायाम किए। वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुछ एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पेंसिल स्केच, उनकी जन्म उपयोगी योजनाओं को उकेरता हुआ चित्र देकर सम्मानित किया।
वेद माता गायत्री निवारण केंद्र के संस्थापक चैतन्य गुरुजी ने बताया कि मानव मात्र के लिए उपयोगी संगीत कक्षाएं वह आगे जारी रखेंगे।
डॉ. राधिका नागरथ ने शिव तांडव स्तोत्र की प्रस्तुति दी। सुनील यादव ने माउथ ऑर्गन और बांसुरी वादन किया। राजकुमारी ने वृक्ष गान किया। तृषा और वेरोनिका ने दो भजन गाये।
इससे पूर्व संगीत सभा का आगाज दीप प्रज्वलन से हुआ। संदीप डोगरा, रजनी धस्माना, पंकज शास्त्री, साधना राघव ने विभिन्न वाद्य परअपनी प्रस्तुति दी।
वरिष्ठ समाज सेवी जगदीश लाल पाहवा, ग्रीन मैन विजय पाल बघेल, भेल से सर्वेश गुप्ता, शिक्षाविद ओ पी सिंह, वरिष्ठ पत्रकार सुनील दत्त पांडेय बडोला, हिमाचल प्रदेश के लोकगीत गायक और फिल्म निर्देशक नितिन राणा, भाजपा नेता प्रमोद शर्मा, अनिल भारतीय, अनीता शर्मा आदि मौजूद रहे।
Ends