अंबेडकर जयंती के अवसर हरिद्वार के विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए जिनमें एक कार्यक्रम में रोशनाबाद स्थित कलेक्ट्रेट भवन के समीप स्थित डा.भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर समाजसेवियों ने माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और मिठाईयां बांटकर सभी को अंबेडकर जयंती की शुभकामनाएं दी। समाजसेवी राजबीर सिंह कटारिया और जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट सुशील कुमार ने कहा कि डा.भीमराव अंबेडकर ने संविधान की रचना कर देश के प्रत्येक नागरिक को बराबरी का अधिकार दिया। दलित, शोषित समाज को अधिकार दिलाने के लिए किया गया बाबा साहब का संघर्ष पूर्ण जीवन सभी को प्रेरणा देता है। शिक्षा ही जीवन में बदलाव लाती है। शिक्षा से ही समाज का उद्धार किया जा सकता है। इसलिए सभी को बालक और बालिकाओं को शिक्षित बनाने के प्रयास करने चाहिए। भाजपा नेता एवं समाजसेवी डा.विशाल गर्ग ने कहा कि डा.अंबेडकर का जीवन सदैव प्रासंगिक रहेगा। सभी को उनके जीवन दर्शन से प्रेरणा लेनी चाहिए। इस मौके पर नेशनल हॉकी प्लेयर मुस्कान कटारिया, एडवोकेट अंकुश शरमन, प्रवीण कुमार, प्रशांत कुमार, अनिल कुमार, अशोक कटारिया, सोनू लाठी, किरता प्रधान, नवीन कुमार, प्रेम कटारिया, चंद्रशेखर कटारिया, सतीश कटारिया, श्याम बाबू कटारिया, सचिन बोकाडिया, देवराज गौतम, जितेंद्र आदि मौजूद रहे।
डा.भीमराव अंबेडकर जन्मोत्सव समिति के तत्वावधान में भारत रत्न बाबा साहब अंबेडकर की 133वीं जयंती ज्वालापुर रेलवे फाटक स्थित रविदास आश्रम में धूमधाम से मनायी गयी। मुख्य अतिथी समाजसेवी राजबीर सिंह कटारिया, विशिष्ट महामंडलेश्वर राम मुनि महाराज, राज्य अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य विशाल मुखिया एवं कार्यक्रम संयोजक विशाल राठौर ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथी समाजसेवी राजबीर सिंह कटारिया ने कहा कि बाबा साहब डा.अंबेडकर ने दलित, शोषित, पीड़ितों, वंचितों के लिए जीवन समर्पित किया। बेहद विषम परिस्थितियों में बाबा साहब ने शिक्षा को अपना हथियार बनाया और दलितों के उत्थान के लिए लड़ाई लड़ी। विशिष्ट अतिथी महामंडलेश्वर राम मुनि महरज ने कहा कि बाबा साहब के बनाए संविधान से दलित समाज को शिक्षा का अधिकार मिला। उत्पीड़न पर रोक लगी।
कार्यक्रम संयोजक विशाल राठौर ने कहा कि बाबा साहेब के दिए नारे शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो को अपने चरित्र में उतारें और समाज के उत्थान में योगदान करें। डा.अंबेडकर द्वारा दिया शिक्षित बनो संगठित रहो, सघर्ष करो नारा आज भी सार्थक है। सभी को उनके विचारों और शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए देश और समाज के विकास में योगदान करना चाहिए। महामंत्री राजेंद्र कटारिया व उपाध्यक्ष नेपाल सिह ने कहा कि डा.भीमराव अंबेडकर का जीवन संघर्षो से भरा हुआ था। उन्होंने शोषितों, पीड़ितों दलितों के उत्थान में निर्णायक भूमिका निभाई। समाजसेवी डा.विशाल गर्ग ने डा.अंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डाला।
कुलदीप कुमार, डा.योगेश शर्मा, जिला पंचायत सदस्य दर्शना सिंह, सहायक अभियंता पेयजल निगम पवन नौटियाल, सतेंद्र, गोविंद सिंह, अनुज सिंह, त्रिलोक आदि अतिथीयों ने भी जन्मोत्सव की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर बाबूराम जायसवाल, योगेश कुमार, ममता सिंह, विक्रांत कुमार, राजेंद्र कटारिया, सुनील कुमार, महेश, दिग्विजय सिंह, केहर सिंह, सुमित कुमार, प्रीतम सिंह, जयपाल सिंह, जगपाल सिंह, ईसम सिंह, मेहर सिंह, फूलसिंह, रमेश रवि, मोदीमल, कुलदीप कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
एक अन्य कार्यक्रम में प्रगत भारत संस्था के तत्वाधान में सतीकुंड कनखल स्थित महिला महाविद्यालय में बाबा साहेब के जीवन दर्शन पर आधारित प्रतियोगिता एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में एम.ए.राजनीति विभाग की छात्राओं ने प्रतिभाग किया। मुख्य अतिथि भेल के पूर्व अपर महाप्रबंधक आरएल व्यास ने कहा कि डा.अम्बेडकर का जीवन दर्शन असीमित है। जितना पढेंगे उतना हीज्ञानार्जन होगा। विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद वीणा शास्त्री ने कहा कि बाबा साहेब के जीवन दर्शन पर आधारित यह प्रतियोगिता विद्यार्थियों के जीवन मे मील का पत्थर साबित होगी। प्रतियोगिता आयोजन समिति के संयोजक भेल कर्मचारी जितेंद्र धर्मराज ने कहा कि संस्था का सदैव प्रयास रहता है कि जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हो। महाविद्यालय के पैरेंट गवर्निंग बॉडी के सचिव डा.अशोक शास्त्री ने कहा कि यदि भारतीय समाज मे असमानता को समाप्त करना है तो बाबा साहेब के विचारों को अपनाना होगा और बौद्ध धर्म के सिद्धांतों को जीवन मे अपनाना होगा। विजेताओं को सम्मानित करते हुए प्रगत भारत संस्था के अध्यक्ष सुदीप बनर्जी ने कहा कि संस्था सदैव समाज के वंचित को मुख्य धारा मे लाने का प्रयास करती है। कार्यक्रम का संचालन डा.अनुराधा पांडेय ने किया। धीर सिंह, नितेश दाबडे, सुधीर वर्मा, बृजेश कुमार ने प्रतियोतिगता के आयोजन में सहयोग किया।
डा.भीमराव अंबेडकर अनुसूचित जाति, जनजाति वेलफेयर सोसायटी शिवालिक नगर की और से भेल सामुदायिक केंद्र में संविधान निर्माता डा.भीमराव अंबेडकर के जन्मोत्सव के अवसर पर प्रतिभावान सामाजिक कार्यकर्ताओं, खिलाड़ियों, समाज में विशेष स्थान प्राप्त करने वाले और मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथी लोकसेवा आयोग के पूर्व सदस्य डा.सुमेरचंद रवि, विशिष्ट अतिथी दूरसंचार विभाग के अपर महाप्रबंधक विनय कुमार शक्करवाल, भेल महाप्रबंधक शीशराम, पूर्व अपर महाप्रबंधक आरएल व्यास, नेशनल इंश्योरेंस के शाखा प्रबंधक राजेंद्र श्रमिक, देवेंद्र भास्कर, ब्रह्मपाल ने दीप प्रज्वलित कर बाबा साहेब डा.अबेडकर को नमन किया। वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष भानपाल सिंह, महासचिव चंद्रपाल सिंह व कोषाध्यक्ष देवेंद्र भास्कर ने फूलमाला पहनाकर अतिथीयों का स्वागत किया। मुख्य अतिथी सुमेरचंद रवि, विशिष्ट अतिथी विनय कुमार शक्करवाल एवं आरयू प्रसाद ने कहा कि बाबा साहेब डा.भीमराव अंबेडकर ने संविधान में समान अधिकार देकर दलितों, शोषितों, पिछड़ों और महिलाओं के जीवन को नया आयाम दिया। डा.अंबेडकर द्वारा रचित भारतीय संविधान में सभी वर्गों के हितों का पूरा ध्यान रखा गया। उनका जीवन सभी को प्रेरणा देता है। सोयायटी के अध्यक्ष भानपाल सिंह रवि, महासचिव चंद्रपाल सिंह एवं कोषाध्यक्ष देवेंद्र भास्कर ने कहा कि समाज को ऊंचाईयों के शिखर पर ले जाना है तो बाबा साहेब द्वारा बताए गए शिक्षा के महत्व को समझते हुए बालक बालिकाओं को समान रूप से शिक्षा के मार्ग पर अग्रसर करना होगा। उन्होंने कहा कि सोसायटी लगातार सामाजिक सरोकारों में बढ़चढ़ कर अपनी भूमिका निभा रही है। युवा पीढ़ी को बाबा साहेब डा.भीमराव अंबेडकर द्वारा रचित संविधान को पढ़ना और समझना चाहिए। बताया कि बाॅडी बिल्डर प्रीतम सिंह, वेट लिफ्टर रेणु को पुरूस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे देवेंद्र भास्कर एवं ब्रह्मपाल सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर शशीराम, राजेंद्र श्रमिक, लक्ष्मीचंद, सुमेरचंद रवि, भानपाल सिंह, सीपी सिंह, अश्विनी कुमार, डा.पवन कुमार सागर, भंवर सिंह, आरएल सुमन, सुशीला, पीएल कपिल, डा.केपी मौरे, प्रसन्ना राम, कुलभूषण, नाथीराम, राजेश् गौतम सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।